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विदेशियों ने दिखाई दुधवा व चंबल में सर्वाधिक रुचि

ट्रेवेल मार्ट में देशी-विदेशी टूअर ऑपरेटर्स ने जाना सूबे की पर्यटन संभावनाओं को

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Aug 2018 01:02 PM (IST)Updated: Tue, 28 Aug 2018 01:02 PM (IST)
विदेशियों ने दिखाई दुधवा व चंबल में सर्वाधिक रुचि
विदेशियों ने दिखाई दुधवा व चंबल में सर्वाधिक रुचि

लखनऊ (जागरण संवाददाता)। कोलंबिया की योलोंडो कैरीनो इस बात से अचंभित थीं कि दुधवा में गैंडे इतनी बड़ी संख्या में मौजूद हैं। वह बताती हैं कि गैंडों को देखने के लिए पर्यटक आस्ट्रेलिया जाते हैं। कैरीनो मुखातिब थीं दुधवा स्थित टाइगरहिनो रिसार्ट की प्रतिनिधि से। उन्होंने पूछा कि कितने लोगों की क्षमता है रिसार्ट में। यह बताए जाने पर कि रिसार्ट में 60 लोगों की क्षमता है वह अचरज से भर गईं। तय हुआ कि दो दिवसीय इंडिया ट्रेवेल मार्ट के बाद वह वहां जाकर सुविधाएं देखेंगी, जिससे विदेशी पर्यटकों की बुकिंग की जा सके।

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मौका था इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सोमवार से शुरू हुए दो दिवसीय इंडिया ट्रेवेल मार्ट 2018 का। मार्ट का मकसद बायर्स व सेलर्स को आमने-सामने लाकर पर्यटन को प्रमोट करने का। महानिदेशक पर्यटन अवनीश अवस्थी ने बताया कि मार्ट में 53 विदेशी और भारत के 19 राज्यों से टूअर आपरेटरर्स शिरकत कर रहे हैं। प्रदेश के सभी बड़े होटल्स व रिसार्ट उनके यहां उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दे रहे हैं। फिक्की के दिलीप चिनॉय ने बताया कि दो दिनों में करीब 1700 से अधिक वन टू वन मीटिंग होंगी। उन्होंने कहा कि रिसपॉन्स बेहद अच्छा है। चंबल सफारी को आपरेटर्स का जबर्दस्त रिसपॉन्स मिला है।

विदेशी ऑपरेटर्स प्रदेश में वाइल्ड लाइफ को लेकर काफी उत्साही दिखे। उन्हें बताया गया कि दुधवा, कतर्नियाघाट, चंबल सफारी, पीलीभीत टाइगर रिसार्ट सूबे के ऐसे स्थल हैं जहां नेचर के करीब रहना पसंद करने वाले पर्यटक काफी पसंद करेंगे।

वाराणसी के बुद्धा हॉलीडेज के तौसीफ ने बताया कि बनारस सबसे पुराना शहर होने के अलावा धार्मिक पर्यटन में रुचि रखने वालों की पहली पसंद है। उन्होंने कहा कि बनारस में काम हो रहा है लेकिन सड़कों व घाटों पर थोड़ा और ध्यान दिया जाए तो विदेशी पर्यटकों को और भी रिझाया जा सकता है। कुंभ के लिए भी ऑपरेटर्स में उत्साह दिखा। पर्यटन विभाग की प्रीती श्रीवास्तव ने बताया कि जहां तक विदेशी पर्यटकों का सवाल है वह यहां लक्जरी होटल के लिए नहीं बल्कि मेले, होली, कुंभ में कैसे करोड़ों लोग एक-साथ डुबकी लगाते हैं, यहां के कल्चर को अनुभव करने के लिए आना चाहते हैं। वह कहती हैं कि आज लोग ऑनलाइन अपने पसंदीदा स्थल का चयन करते हैं। यह पैकेज से इतर उनकी रुचि के हिसाब से चयन किया जाता है। ऐसे में मार्ट देशी-विदेशी टूअर ऑपरेटर्स व होटल्स का आपसी संवाद का बेहतर अवसर उपलब्ध कराकर टूरिज्म को नया फलक देगा।


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