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Tiger Family Increased in India: दुधवा में चार शावकों संग घूम रही थी बाघि‍न, एक को बाघ ने मार डाला

लखीमपुर खीरी के दुधवा टाइगर रिजर्व यानी नेशनल पार्क में बाघ का कुनवा बढ़ गया है। यहां पर बाघिन को चार शावकों के साथ देखा गया है। किशनपुर में बाघिन के एक शावक को बाघ ने मार डाला। इस शावक की उम्र डेढ़- दो माह के बीच है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 12 Nov 2020 11:14 AM (IST)Updated: Fri, 13 Nov 2020 11:03 AM (IST)
Tiger Family Increased in India: दुधवा में चार शावकों संग घूम रही थी बाघि‍न, एक को बाघ ने मार डाला
बाघिन को उसके चार शावकों के परिवार के साथ सैर पर जाते देखा जा सकता है।

लखीमपुर खीरी, जेएनएन। बाघ संरक्षण के मिशन में लगी उत्तर प्रदेश सरकार के लिए लखीमपुर खीरी से बड़ी खुशखबरी है। लखीमपुर खीरी के दुधवा टाइगर रिजर्व यानी नेशनल पार्क में बाघ का कुनवा बढ़ गया है। यहां पर बाघिन को चार शावकों के साथ देखा गया है। चार शावकों के आगमन के सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद से वन्यजीव प्रेमियों में बड़ी खुशी की लहर है। हालांकि बताया जा रहा है कि दुधवा टाइगर रिजर्व में बाघ-बाघिन की जंग में शावक की जान चली गई। 

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लखीमपुर खीरी से आई बड़ी खुशखबरी के बाद दुखद समाचार भी मिला। किशनपुर सैंक्चुरी में देर रात डेढ़ से दो माह के चार शावकों के साथ घूम रही बाघिन के एक शावक को बाघ ने मार डाला। शावक की जान बचाने के लिए बाघिन ने बाघ से जमकर द्वंद्व किया, लेकिन वह शावक को बचा न सकी। इस घटना से बाघिन बेहद दुखी दिख रही है। वह शावक के शव को लेकर वन क्षेत्र में चली गई है। बाघ उस शव को छीनने की ताक में है। 

दुधवा टाइगर रिजर्व के क्षेत्रीय निदेशक ने अपने चार शावकों के साथ विचरण करती बाघिन को वीडियो कैमरे में कैद करने में सफलता प्राप्त की। नाइटफॉल के बाद के वीडियो में बाघिन को उसके चार शावकों के परिवार के साथ सैर पर जाते देखा जा सकता है। वीडियो में बाघिन कार की रोशनी को देखकर थोड़ा असहज होती है। उस दौरान चारों शावक उसके आस-पास शावक घूम रहे होते हैं। वीडियो शूट के दौरान शावकों के साथ कार के करीब आने के बाद वापस चली जाती है।

शिकार की घटना कैमरे में रिकॉर्ड : शावक के शिकार की घटना कैमरे में रिकॉर्ड होने के बाद गुरुवार की सुबह फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक, उपनिदेशक मनोज सोनकर, रेंज अधिकारी व पशु चिकित्सक डॉ. दयाशंकर सहित तमाम वनकर्मी मौके पर पहुंचे, लेकिन शव बरामद नहीं हो पाया। अधिकारियों ने शावक के नर होने व निरीक्षण के दौरान शावक के सभी अंग सुरक्षित पाए जाने की पुष्टि की है। हालांकि, अभी भी बाघ उसे ले जाने और छीनने की ताक में पड़ोस में ही बैठा है। जंगल के इस हालात की गंभीरता को देखते हुए पार्क प्रशासन ने संवेदनशील स्थलों पर कैमरा ट्रैप लगा दिया है। इस क्षेत्र में बाहरी क्षेत्र का हाथियों के जरिए निगरानी बढ़ा दी गई है।

पर्यटकों को रोका : क्षेत्र का घेराबंदी करके पर्यटकों के आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया है। उपनिदेशक ने बताया यह क्षेत्र पर्यटन के लिए खतरनाक हो गया है। इससे समझौता नहीं किया जा सकता।

दुधवा की खुशी को लगा ग्रहण : बाघिन के चार शावकों के जन्म लेने के बाद से पार्क प्रशासन इसे लेकर उत्साहित था। अब इसी खुशी को ग्रहण लग गया है। अब बाघिन तीन बच्चों के ही साथ देखी जा रही है। पर्यटन सत्र शुरू होने के एक दिन पहले किशनपुर में तैयारियों का जायजा ले रहे फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने इसका जिक्र पर्यटन सत्र के ऑनलाइन शुभारंभ के अवसर पर किया भी था। बाघिन के प्राकृतिक विचरण में कोई खलल न पड़े। इसका पूरा ध्यान दिया जा रहा है। कहा है कि इस तरह से गश्त करें, जिससे बाघिन के आराम में खलल भी न पड़े और उसके बच्चे भी सुरक्षित रहें।


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