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उत्तर प्रदेश भाजपा में टिकट बंटवारे में अहम होगी संचालन टोली की रिपोर्ट

इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हर लोकसभा क्षेत्र में एक संचालन टोली बनाई जा रही है। टिकट बंटवारे में भी इस टोली की रिपोर्ट अहम होगी।

By Ashish MishraEdited By: Published: Tue, 21 Aug 2018 09:11 AM (IST)Updated: Tue, 21 Aug 2018 09:11 AM (IST)
उत्तर प्रदेश भाजपा में टिकट बंटवारे में अहम होगी संचालन टोली की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश भाजपा में टिकट बंटवारे में अहम होगी संचालन टोली की रिपोर्ट

आनन्द राय, लखनऊ : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद से भाजपा ने अपने संगठनात्मक कार्यक्रम स्थगित किये हैं लेकिन, श्रद्धांजलि सभा और अस्थि कलश यात्राओं के बाद इन्हें मूर्त रूप देने में पार्टी जुटेगी। मेरठ की कार्यसमिति में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उप्र में लोकसभा की 73 से ज्यादा सीटें और हर बूथ पर 51 फीसद से अधिक मत हासिल करने का लक्ष्य सौंपा है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हर लोकसभा क्षेत्र में एक संचालन टोली बनाई जा रही है। टिकट बंटवारे में भी इस टोली की रिपोर्ट अहम होगी।

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मेरठ की कार्यसमिति के बाद ही प्रदेश के सभी 80 लोकसभा क्षेत्रों में संचालन टोली का गठन किया जाना था और एक सितंबर से 15 सितंबर तक इनकी बैठकें होनी थी। अटल के निधन से संचालन टोली का गठन जरूर प्रभावित हुआ है लेकिन, भाजपा नियंताओं को इसकी रूपरेखा भेज दी गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने संचालन टोली के जरिये हर लोकसभा क्षेत्र की ग्राउंड रिपोर्ट तैयार करने की योजना बनाई है। एक सितंबर से इसकी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

संचालन टोली में लोकसभा प्रभारी, लोकसभा प्रमुख, सोशल मीडिया प्रमुख, मीडिया प्रमुख, विधिक कार्य प्रमुख और सरकारी योजना प्रमुख समेत कुल 11 सदस्य नियुक्त होंगे। लोकसभा प्रभारी संबंधित लोकसभा क्षेत्र के बाहर का होगा जबकि लोकसभा प्रमुख समेत अन्य सभी उसी क्षेत्र से होंगे। यह टोली क्षेत्र की अपेक्षाओं के साथ ही सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन, सांसद की भूमिका, क्षेत्र में पार्टी के वरिष्ठ और लोकसभा के दावेदारों की सक्रियता और जनभावनाओं का भी अध्ययन करेगी।

भाजपा ने इस बार जन अपेक्षा पर खरा न उतरने, अत्यंत बुजुर्ग और बीमार, पार्टी की नीतियों के खिलाफ विद्रोह करने और क्षेत्रीय कार्यक्रमों से कटे सांसदों को उम्मीदवार न बनाने का मन बना लिया है। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों का नाम तो संसदीय बोर्ड तय करेगा लेकिन, संचालन टोली की रिपोर्ट का भी संज्ञान लिया जाएगा।

विधानसभा स्तर पर भी बनेंगी टोलियां

लोकसभा की तर्ज पर ही विधानसभा स्तर पर भी संचालन टोलियां बनेंगी। यह टोली चुनाव प्रचार से लेकर हर अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएंगी। बूथों पर 51 फीसद मत हासिल करने के लिए बूथ समितियों, सेक्टर व मंडल इकाइयों से समन्वय के साथ विपक्ष को मात देने का ताना-बाना बुना जाएगा। इन टोलियों में अनुभवी कार्यकर्ताओं को मौका मिलेगा और विशेष रूप से दलितों और पिछड़ों की सर्वाधिक भागीदारी रहेगी।

लक्ष्य को भी पार करेंगे

'संगठन और सरकार की कार्यशीलता 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबसे आगे लेकर जाएगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष के दिये गये लक्ष्य को भी हमें पार करना है। सरकार और संगठन में कार्यकर्ताओं का सम्मान बढ़ाने को हम तत्पर हैं। हमारे पास अपार ऊर्जा है जिसका हमें इस्तेमाल करना है।

- डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा


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