पांच साल के बेटे को रोता छोड़ फंदे पर लटकी मां, सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने लगाई फांसी
गुडंबा कृष्णानगर और मडिय़ांव की घटनाएं।
लखनऊ, जेएनएन। बीते 24 घंटे में एक साफ्टवेयर इंजीनियर समेत तीन लोगों ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटनाएं गुडंबा, कृष्णानगर व मडिय़ांव थाना क्षेत्र में हुईं।
अवधपुरी सर्वोदयनगर निवासी समीक्षा अधिकारी प्रतीक तिवारी के बेटे अंशुमान तिवारी सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। अंशुमान सोमवार शाम छह बजे के करीब घर से निकला था। रात में रिंग रोड स्थित होटल एक्सप्रेस इन में रुके थे। दोपहर 12 बजे होटल स्टाफ ने कमरा चेक आउट करने के लिए कुंडी खटखटाई तो अंदर से कोई हरकत नहीं हुई, जिसपर पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो अंशुमान का शव चादर के सहारे पंखे के कुंडे से लटका था। पिता प्रतीक तिवारी का कहना है कि अंशुमान ने अपने पार्टनर के साथ मिलकर एक कंपनी खोली थी, कुछ दिनों पहले विवाद हो गया। पिछले साल 31 दिसंबर को एफआइआर हुई थी। इसके बाद से अंशुमान परेशान था। पार्टनर की प्रताडऩा से तंग होकर आत्महत्या की बात कही है। इंस्पेक्टर गुडंबा ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट व तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की बात कही है।
उधर, कृष्णानगर के प्रेमनगर निवासी रेखा सैनी के पति शशिकांत की दुर्घटना में मौत हो गई थी। उन्होंने अपने पांच साल के बेटे को रोता छोड़कर फांसी लगा ली। वहीं मडिय़ांव के रोशनाबाद गांव निवासी एक युवक का शव घर से थोड़ी दूरी पर एक बाग में पेड़ से गमछे के सहारे लटका मिला। घरवालों ने जांच की मांग की है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की बात कही है।