यूपी में बरसात से घरों पर टूट रहा कहर, छत गिरने से तीन की मौत Lucknow News
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से छत ढहने से सीतापुर और सुल्तानपुर में तीन लोगों की मौत।
लखनऊ, जेएनएन। लगातार हो रही बरसात कच्चे घरों पर आफत बनकर टूट रही है। शनिवार सुबह दो जिलों सुल्तानपुर और सीतापुर में छत गिरने में तीन लोगों की मौत हो गई। सुल्तानपुर के लुम्भुआ में छह माह की बच्ची की मौत हो गई और 13 साल का बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं सीतापुर में छप्पर के नीचे सो रहे पिता और पुत्र की मौत हो गई।
यह है मामला
सुल्तानपुर में शनिवार सुबह आठ बजे करीब सैतापुर सराय गांव में धनीराम के घर की दीवार पड़ोसी मिट्ठू लाल के घर पर गिर गई। जिसमें घर मे सो रही मिट्ठू लाल की पत्नी सुशीला, बेटा सचिन (13) जख्मी हो गए। जबकि, मलबे में दबकर मिट्ठू लाल की बेटी आस्था (छः माह) की मौत हो गई। ग्रामीणों ने सचिन को अस्पताल पहुंचाया है जहां उसका इलाज चल रहा है। तहसीलदार जितेन्द्र गौतम ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया।
वहीं इसी गांव में रीता देवी पत्नी राम नरेश यादव का घर भी बरसात की भेंट चढ़ गया। मलबे में घर गृहस्थी के सामान भी नष्ट हो गए। रहाइकपुर गांव निवासी व समाचार पत्र ओम प्रकाश का घर गिर गया। बेलाही गांव में अच्छेलाल विश्वकर्मा का घर गिर गया। हादसे में परिवारीजन बाल - बाल बच गए।
इसी तरह शिवगढ़ में रमेश कसौंधन, गारवपुर में राधेश्याम, गोपीनाथपुर में राकेश कुमार दूबे, बड़ागांव में नागेश्वरनाथ का घर भी गिर पड़ा। रिखपुर गांव में जगपत्ती पत्नी रामदेव का घर शुक्रवार की अपरान्ह करीब ढाई बजे गिर गया। तहसीलदार जितेन्द्र गौतम ने बताया कि इलाके में हुए नुकसान को सूचीबद्ध किया जा रहा है। अभी तक पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है।
वहीं सीतापुर के महोली कोतवाली क्षेत्र के गांव मिर्जापुर का पुरवा निवासी लेखई (75) व उनका पुत्र फेरूलाल (40) शुक्रवार की रात छप्पर के नीचे सो रहे थे। शनिवार की भोर अचानक छप्पर दीवार समेत गिर गया। जिसकी वजह से छप्पर के नीचे सो रहे पिता और पुत्र दब गए। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत से मलबा हटाकर दबे हुए पिता और पुत्र को बाहर निकाला। तब तक काफी देर हो चुकी थी। मलबे में दबकर पिता व पुत्र की मौत हो चुकी थी।