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Coronavirus: चारबाग स्टेशन पर तैनात तीन सिपाहियों काे बिना लक्षण सामने आया कोरोना

प्रवासी ट्रेनों से आने वाले श्रमिकों के दो से चार घंटे स्टेशन पर घूमने से बढ़ा खतरा।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 02:25 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 02:25 PM (IST)
Coronavirus: चारबाग स्टेशन पर तैनात तीन सिपाहियों काे बिना लक्षण सामने आया कोरोना
Coronavirus: चारबाग स्टेशन पर तैनात तीन सिपाहियों काे बिना लक्षण सामने आया कोरोना

लखनऊ, जेएनएन। हाई रिस्क राज्य महाराष्ट्र व गुजरात के साथ दिक्षण भारत से आने वाले प्रवासियों को उनकी मंजिल तक सुरक्षि‍त पहुंचाने में अहम जिम्मेदारी निभा रही यूपी जीआरपी के बीच कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। यूपी में यह पहला मामला है जब प्रवासियों के सीधे संपर्क में आ रहे जीआरपी जवान कोरोना पॉजीटिव हो गए हैं। अब तक चारबाग स्टेश्न पर तैनात चार सिपाही पॉजीटिव पाए गए हैं। इनमें तीन सिपाहियों में तो कोरोना के लक्षण ही नहीं थे। सोमवार को पहला जीआरपी सिपाही पॉजीटिव मिला था। जबकि बिना लक्षण के जांच कराने वाले छह में से तीन सिपाही बुधवार को पॉजीटिव पाए गए। जिस कारण 16 दूसरे सिपाहियों को क्वारांटाइन कर दिया गया। अब तक 29 सिपाही क्वारांटाइन हो चुके हैं।

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दरअसल यूपी में आने वाले सबसे ज्यादा प्रवासी गोरखपुर के बाद लखनऊ में ही उतर रहे हैं। कोरोना का खतरा लखनऊ स्टेशन पर लगातार बढ़ रहा है। दो सप्ताह पहले मुंबई से ट्रेन में आते समय अयोध्या के गोसाईंगंज निवासी एक व्यिक्त की मौत हो गई थी। दो सिपाहियों ने उनके शव को पंचनामा कर पोस्टमार्टम को भेजा। मृतक कोरोना पॉजीटिव था। इसके तीन दिन पहले गुजरात से आयी दो ट्रेनों में एक-एक मृतक का शव लखनऊ उतारा गया था। इस समय लखनऊ स्टेशन पर जीआरपी के करीब 233 जवानों की तैनाती की गई है। यह जवान प्रवासी स्पेशल ट्रेनों के आने के बाद व्यविस्थत रूप से उनको खाली कराने, लाइन लगवाकर थर्मल स्कैनिंग कराने और फिर परिवहन निगम की बसों में बैठाकर रवाना करने की ड्यूटी निभाते हैं। साथ ही भूख व प्यास से बेहाल यात्रि‍यों को खाना व पानी पहुंचाते समय भगदड़ से बचाने व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए फ्रंट वॉरियर्स की तरह काम करते हैं।

बीती सोमवार को जब पटरियों पर कंजेशन के कारण लखनऊ से हरदोई तक 17 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें एक साथ खड़ी हो गई। तब लखनऊ से ही जीआरपी के जवानों और सब इंस्प्ेक्टरों को हरदोई तक हर स्टेशन पर भेजा गया। अव्यस्था ने बढ़ाया खतरा चारबाग पर अचानक बिना पूर्व सूचना के बड़ी संख्या में ट्रेनें आ रही हैं। लखनऊ में बसाें के लिए उनको दो से चार घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। इस बीच प्रवासी श्रमिक स्टेशन के कई हिस्सों में घूमते हैं। कई बार उनको बस न मिलने के कारण पीछे से आने वाली दूसरी ट्रेनों से भी भेजा जाता है। जिसके चलते उनकी सतर्कता के लिए बनाए गए प्रोटोकाल कई बार टूट जाते हैं।

क्‍या कहते हैं ज‍िम्‍मेदार

चार जीआरपी सिपाहियों के कोरोना पॉजीटिव होने के बाद उनको बचाव के लिए ब्रीफिंग की गई है। बसाें के लिए बहुत देर इंतजार करने वाले प्रवासी कई बार स्टेशन परिसर में घूमते हैं। उनको पहले की तरह लखनऊ आते ही बस मिलने पर यह खतरा कम होगा। सौमित्र यादव एसपी रेलवे लखनऊ 


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