बाराबंकी में लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर टकराईं तीन बसें, दो की मौत; 12 घायल
बाराबंकी के लखनऊ -अयोध्या हाईवे पर बैसनपुरवा गांव के पास खड़ी बस से शनिवार की भोर करीब पांच बजे एक बस टकरा गई। इसके बाद उसमें एक निजी बस ने टक्कर मार दी। इसमें दो की मौत हो गई जबकि 12 से अधिक लोग घायल हो गए।
बाराबंकी, जेएनएन। लखनऊ -अयोध्या हाईवे पर बैसनपुरवा गांव के पास खड़ी बस से शनिवार की भोर करीब पांच बजे एक बस टकरा गई। इसके बाद उसमें एक निजी बस ने टक्कर मार दी। इसमें दो की मौत हो गई। सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि दो दर्जन लोगों को मामूली चोटें आई हैं। गंभीर घायलों को सीएचसी बनीकोडर में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने क्रेन से बसों को हटवाकर आवागमन सुचारू कराया। बताया जाता है कि रोडवेज बस दिल्ली से आजमगढ़ और निजी बस दिल्ली से देवरिया जा रही थी। सड़क किनारे खड़ी बस एक निजी स्कूल की थी, जोकि बनीकोडर ब्लॉक निर्वाचन कार्य के लिए जा रही थी। उसका ड्राइवर पता पूछने के लिए उतरने जा रहा था। इसी दौरान हादसा हुआ।
इनकी हुई मौत: हादसे में रोडवेज बस से दिल्ली से अपने घर अम्बेडकरनगर के मजीरा थाना रफीगंज जा रहे संजय के एक वर्षीय पुत्र यश व अम्बेडकरनगर आलापुर मनवरपुर के दिव्यांग बलजीत पुत्र प्रभु की मौत हो गई।
संजय ने बताया कि एक वर्षीय यश को गोद मे लिए हुए थे। दुर्घटना के कारण तेज झटके से वह हाथ से छूटकर सड़क पर गिर गया और पहिये के नीचे आ गया। पुलिस ने मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
यह हुए घायल
1- संजय पुत्र रामअवध (27), मजीरा जलालपुर, अम्बेडकरनगर
2-योगेंद्र ( 30) बलिया
3-अर्चना पत्नी वेद प्रकाश (30), गोरखपुर
4- संजीव पुत्र राम सहाय, मनवरपुर आलापुर, अम्बेडकरनगर
5- जगन्नाथ (स्कूल बस के चालक लखनऊ के अतरौली निवासी)
6 - शत्रोहन लाल स्कूल बस का परिचालक
7 -महेंद्र, गयासपुर आजमगढ़।
किराया वापस ले गंतव्य की ओर रवाना हुए यात्री: दुर्घटना के बाद घायलों की चीखपुकार के बीच लोगों ने बस के परिचालक से टिकट के पैसे वापस कराए। परिवार के साथ दिल्ली से आजमगढ़ जा रहे अरविंद कुमार ने बताया कि सवारी की बड़ी परेशानी है। बस परिचालक ने तीन व पांच वर्ष के बच्चे का भी आधा किराया लिए उसके साथ जो सामान था उसके भी 600 लिए, पर कोई टिकट नहीं दिया ।जिसका टिकट मिला था उसका तो पैसा वापस हो गया किन्तु सामान का जो भाड़ा लिए उसका वापस नहीं हुआ। किराया वापस लेने के बाद यात्री गंतव्य की ओर रवाना हो गए।
खाई में पलटी स्कूल बस: बसों की टक्कर से हाईवे किनारे खड़ी स्कूल बस खाई में पलट गई। वहीं रोडवेज और निजी बस डिवाइडर पर चढ़ गई।
मची चीख-पुकार: हादसे के बाद बस सवारों में चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और बचाव कार्य में जुट गए। एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक बच्चे ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। इस भीषण दुर्घटना के बाद दोनों बस की सवारियों में अपनों की तलाश व घायल के इलाज को लेकर लगभग एक घंटे तक चीख पुकार मची रही।
पुलिस बनी मददगार: घटना की सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक अपने उपनिरीक्षकों महेंद्र सिंह व राजेश गुप्ता पुलिस बल के साथ पहुंचे व घायलों को स्ट्रेचर से एम्बुलेन्स तक पहुंचाया और अस्पताल पहुंचाया। यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए दूसरी बस से रवाना किया। रास्ते में जाम न लगे इसलिए दुर्घटनाग्रस्त बसों को हटवाकर आवागमन सुचारू करवाया।
फ़ोन पर परिवारजन को दी जानकारी: अचानक हुए हादसे से घबड़ाए लोगों ने परिवारजन को फ़ोन पर हादसे की जानकारी दी। साथ ही खुद के सुरक्षित होने की जानकारी देना नहीं भूले।
दिल्ली में लाकडाउन के चलते लौट रहे थे घर- दिल्ली में कोरोना के चलते लॉकडाउन व वैवाहिक कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए लौट रहे थे। गयासपुर थाना कंद्रापुर आजमगढ़ के महेंद्र ने बताया कि दिल्ली में लाकडाउन है इसलिए अपने परिवार के साथ घर जा रहे थे।
दोनों बसों में करीब 120 लोग थे सवार: सहालग व कोरोना के चलते लोग अपने घरों को जा रहे थे। रोडवेज बस में लगभग 50 से अधिक सवारी व प्राइवेट बस में लगभग 70 से अधिक सवारी बैठी हुई थी, जबकि प्राइवेट बस की छत पर सामान के अलावा लगभग 100 गत्ते सेनेटाइजर की पिपिया के गत्ते ( लगभग 400 पिपिया) लदे हुए थे जो तेज झटके से सड़क पर बिखर गए।
बाद में पुलिस ने इन्हें किनारे लगवाया।