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Fake वेबसाइट से लगाया 200 करोड़ का चूना, अवैध रूप से निकालवाए बालू-मौरंग-गिट्टी के हजारों ट्रक

फर्जी ई-रवन्ना बनाकर अवैध रूप से निकालवाए बालू मौरंग व गिट्टी के हजारों ट्रक साइबर क्राइम की टीम ने किया गिरफ्तार।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Tue, 14 Jan 2020 09:34 AM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 09:34 AM (IST)
Fake वेबसाइट से लगाया 200 करोड़ का चूना, अवैध रूप से निकालवाए बालू-मौरंग-गिट्टी के हजारों ट्रक
Fake वेबसाइट से लगाया 200 करोड़ का चूना, अवैध रूप से निकालवाए बालू-मौरंग-गिट्टी के हजारों ट्रक

लखनऊ, जेएनएन। फर्जी वेबसाइट के जरिए ट्रकों के फर्जी ई-रवन्ना (रायल्टी पेपर) बनाकर सरकार को 200 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले को साइबर क्राइम की टीम ने गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया जालसाज सचिन सिंह महोबा का रहने वाला है। फर्जी ई-रवन्ना से हजारों ट्रक बालू, गिट्टी व मौरंग की अवैध निकासी हुई है।

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खनन विभाग के अधिकारियों ने साइबर क्राइम थाने में फर्जी ई-रवन्ना बनाकर हजारों ट्रकों से अवैध रूप से बालू, मौरंग और गिट्टी की निकासी की शिकायत दर्ज कराई थी। जांच में पता चला कि महोबा, झांसी, बांदा व कई अन्य जिलों से अवैध बालू, मौरंग, गिट्टी की ढुलाई फर्जी ई-रवन्ना पेपर के साथ हो रही है। इसके पीछे लखनऊ से एक गिरोह काम कर रहा है। सोमवार को पॉलीटेक्निक चौराहे से जालसाज सचिन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। 

वसूले जाते थे 10 से 15 हजार रुपये

भू-विज्ञान और खनन निदेशालय में तैनात खनन अधिकारी सुभाष रंजन ने साइबर क्राइम थाना में फर्जी ई रवन्ना बनाए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद एसपी साइबर क्राइम रोहन पी कनय ने एक टीम गठित की। साथ ही सर्विलांस के जरिए जालसाजों के बारे में अहम जानकारियां जुटाईं। जांच में पता चला कि लगाए गए आरोप सही हैं। 

सोमवार को साइबर क्राइम की टीम ने महोबा के रहने वाले सचिन सिंह को पॉलीटेक्निक चौराहे से गिरफ्तार कर लिया। 

पूछताछ में सचिन सिंह ने बताया कि उसने upminesupsdcgov.in नाम से फर्जी वेबसाइट तैयार की थी। जिस पर ट्रक नंबर एवं ड्राइवर का नाम व फोन नंबर डालकर असली रायल्टी पेपर की तरह दिखने वाला फर्जी ई-रवन्ना तैयार किया जाता था। इसी फर्जी दस्तावेज से भिन्न मार्गों से ट्रकों में मौरंग, गिट्टी भरवाकर पास कराते थे। एक गाड़ी की रायल्टी बनाने में 10 से 15 हजार रूपये ट्रक ड्राइवर से वसूले जाते थे। 

ट्रकों से मोटी  कमाई  की  रकम  सभी  आपस  में बांट  लेते  थे। अब साइबर थाना की टीम उसके साथियों की तलाश में जुटी है। जिससे महोबा और झांसी सहित प्रदेश भर में अवैध खदान के फैले नेटवर्क को सामने लाया जा सके। 


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