इस बार यूपी के मेडिकल कॉलेजों में अधिक छात्रों को MBBS में दाखिले का मौका, 1178 सीटें बढ़ीं
Admission in MBBS उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल की पढ़ाई का सपना संजोने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी है। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की इस बार 1178 सीटें बढ़ेंगी। नए शैक्षिक सत्र 2020-21 में सीटें बढ़ाने को हरी झंडी दे दी गई है।
लखनऊ [आशीष त्रिवेदी]। उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल की पढ़ाई का सपना संजोने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी है। इस बार और अधिक छात्रों को एमबीबीएस पाठ्यक्रम में दाखिले का मौका मिलेगा। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की इस बार 1178 सीटें बढ़ेंगी। नए शैक्षिक सत्र 2020-21 में सीटें बढ़ाने को हरी झंडी दे दी गई है। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 328 और प्राइवेट में 850 सीटें बढ़ाई गई हैं। सीट बढ़ोतरी के बाद अब सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में विद्यार्थियों को कुल 7,078 सीटों पर दाखिले का मौका मिलेगा। नीट यूजी 2020-21 के तहत 22 सरकारी और 29 प्राइवेट कॉलेजों में दाखिले लिए जाएंगे। काउंसिलिंग की प्रक्रिया हफ्ते भर बाद शुरू करने की तैयारी की जा रही है।
22 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पिछले साल 2600 सीटें थीं। अब 328 सीटें बढ़ने के बाद कुल संख्या 2928 हो गई है। वहीं 29 प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में बीते साल 3300 सीटें थीं, जो 850 सीटें बढ़ने के बाद अब 4150 हो गई हैं। फिलहाल अब विद्यार्थियों को दाखिले के लिए ज्यादा मौके मिलेंगे। अब तक सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों को मिलाकर एमबीबीएस की कुल 5900 सीटें थीं, जो बढ़कर 7,078 हो गई हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से सीटें बढ़ाने के साथ फीस निर्धारित करने के लिए भी कमेटी गठित की जा चुकी है। जल्द कमेटी फीस तय करेगी।
आगरा में 22 और मेरठ मेडिकल कॉलेज में 50 सीटें घटीं : दो सरकारी मेडिकल कॉलेजों में इस बार एमबीबीएस की 72 सीटें घटाई गई हैं। आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में अभी तक 150 सीटें थीं, लेकिन अब 22 कम कर दी गई हैं। इस साल यहां 128 सीटों पर दाखिले होंगे। इसी तरह मेरठ के एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में अभी तक 150 सीटें थी, जिसमें से 50 सीटें कम कर दी गई हैं। अब यहां 100 सीटों पर दाखिले होंगे। इन दोनों मेडिकल कॉलेजों में संसाधन, फैकल्टी व अन्य मानकों के अनुसार यह सीटें घटाई गई हैं।