परिषदीय स्कूलों की मूलभूत सुविधाओं का होगा थर्ड पार्टी सर्वे, बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश, एक सर्वेक्षक 25 स्कूलों का ही करेगा सर्वेक्षण
उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में आपरेशन कायाकल्प के तहत किए गए बदलावों का अब थर्ड पार्टी सर्वे कराया जाएगा। स्पेशल एजुकेटर या एजुकेशन रिसोर्स परसन को सर्वेक्षण की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं एक सर्वेक्षक 25 स्कूलों का ही सर्वेक्षण करेगा।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों का फिर से थर्ड पार्टी जियो टैग सर्वे किया जाएगा। इसमें विद्यालयों की मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं की पड़ताल होगी। इसका जिम्मा स्पेशल एजुकेटर या एजुकेशन रिसोर्स परसन को सौंपा गया है।
ये कार्य पांच अगस्त तक पूरा कराएं जाने के निर्देश दिए गए हैं। परिषदीय विद्यालयों में प्रदेश सरकार आपरेशन कायाकल्प के तहत मूलभूत 19 सुविधाएं मुहैया करा रही है। अब तक करीब सवा लाख से अधिक विद्यालयों का कायाकल्प पूरा हो चुका है।
स्कूल शिक्षा के महानिदेशक विजय किरन आनंद ने बताया कि विद्यालयों में मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं की हकीकत क्या है इसकी पारदर्शितापूर्ण जानकारी पाने के लिए फिर से थर्ड पार्टी जियो टैग सर्वे कराया जा रहा है।
उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिया है कि सभी सर्वेक्षण स्पेशल एजुकेटर के माध्यम से कराए जाएंगे। विद्यालय की संख्या के सापेक्ष अनुपातिक रूप से स्पेशल एजुकेटर की संख्या कम होने की दशा में एआरपी एजुकेशन रिसोर्स परसन से सर्वेक्षण कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि विद्यालय परिसर में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों का भी सर्वेक्षण अनिवार्य रूप से किया जाएगा। हर सर्वेक्षक की ओर से प्रेरणा मोबाइल एप के माध्यम से अधिकतम 25 विद्यालयों का ही सर्वेक्षण कराया जाएगा।
प्रति विद्यालय 200 रुपये की धनराशि यात्रा-भत्ता के रूप में सर्वेक्षणकर्ता को त्रुटिरहित सर्वेक्षण के बाद उपलब्ध कराई जाएगी। सर्वेक्षण तय कैलेंडर के अनुसार किया जाएगा। ये सर्वेक्षण विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं के सु²ढ़ीकरण व समयबद्ध संतृप्तीकरण की द्रष्टि से महत्वपूर्ण है। कार्य को पांच अगस्त तक हर दशा में पूरा कराया जाए।