राजधानी के मेडिकल कॉलेजों में होंगे एक हजार आइसीयू बेड, पीजी पास 250 विशेषज्ञों की होगी तैनाती
बेड बढऩे के साथ ही इन मेडिकल कॉलेजों में एमडी व डीएम पास 250 विशेषज्ञों को एक वर्ष के लिए अनिवार्य रूप से क्लीनिकल विभागों में तैनात किया जाएगा।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी के मेडिकल कॉलेजो में तीन हफ्ते के भीतर आइसीयू के बेड की संख्या बढ़कर एक हजार की जाएगी। केजीएयमू, संजय गांधी पीजीआइ व डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के साथ एरा, इंटीग्रल व टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज में भी बेड बढ़ाए जाएंगे। कोविड-19 के गंभीर रोगियों को आइसीयू में बेड बढऩे से विशेष राहत मिलेगी। लेवल थ्री के इन कोरोना अस्पतालों में गंभीर रोगियों का इलाज होगा। अभी राजधानी के मेडिकल कॉलेजों में 704 आइसीयू बेड हैं।
बेड बढऩे के साथ ही इन मेडिकल कॉलेजों में एमडी व डीएम पास 250 विशेषज्ञों को एक वर्ष के लिए अनिवार्य रूप से क्लीनिकल विभागों में तैनात किया जाएगा। इन सीनियर रेजीडेंट की मदद कोरोना के इलाज में ली जाएगी। चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ.रजनीश दुबे ने बताया कि 10 दिनों के अंदर ही 174 आइसीयू बेड बढ़ाए गए हैं। वर्तमान में केजीएमयू में 168 आइसीयू बेड हैं, जो बढ़कर 300 हो जाएंगे। इसी तरह पीजीआइ में 186 बेड हैं, जिन्हें चरणबद्ध ढंग से बढ़ाकर 250 किया जाएगा। लोहिया संस्थान में भी 60 आइसीयू बेड को बढ़ाकर जल्द ही 90 किया जाएगा।
वहीं एरा, इंटीग्रल व टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज में 230 आइसीयू बेड हैं। इन्हें बढ़ाकर 270 किया जाएगा। हिंंद मेडिकल कॉलेज व लोकबंधु अस्पताल में भी आइसीयू बेड बढ़कर 100 होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केजीएमयू में कोविड अस्पताल के उद्घाटन समारोह में शीघ्र बेड बढ़ाने के निर्देश दिए थे।