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उत्तर प्रदेश में अब कोई सड़क नहीं होगी सात मीटर से कम चौड़ी

वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लोक निर्माण विभाग अब प्रदेश में सात मीटर से कम चौड़ी सड़कें नहीं बनाएगा।

By Nawal MishraEdited By: Published: Sun, 10 Dec 2017 08:06 PM (IST)Updated: Sun, 10 Dec 2017 10:12 PM (IST)
उत्तर प्रदेश में अब कोई सड़क नहीं होगी सात मीटर से कम चौड़ी
उत्तर प्रदेश में अब कोई सड़क नहीं होगी सात मीटर से कम चौड़ी

लखनऊ (जेएनएन)। सड़कों के निर्माण में नई तकनीक के प्रयोग के साथ ही राज्य सरकार उन्हें दूरगामी प्रयोग के नजरिए से बनाएगी। वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लोक निर्माण विभाग अब प्रदेश में सात मीटर से कम चौड़ी सड़कें नहीं बनाएगा। सड़क निर्माण में ऐसे केमिकल प्रयोग किए जाएंगे कि वे कम से कम बीस साल तक चलें। साथ ही कहा कि लोक निर्माण विभाग के कार्यों में ठेकेदारों के हितों का भी ध्यान रखा जाएगा और उनका सम्मेलन बुलाकर समस्याएं पूछी जाएंगी, ताकि भ्रष्टाचार को समूल खत्म किया सके। माफिया को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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सड़क निर्माण में नए प्रयोगों को बढ़ावा 

राजधानी में दो दिनों तक चले देश के सभी लोक निर्माण विभाग मंत्रियों और विशेषज्ञों के सम्मेलन के बाद उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अब राज्यमार्गों को दो लेन बनाने के साथ ही उनकी पटरियां भी विभाग बनाएगा ताकि दुर्घटनाओं को कम किया जाए। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में विशेषज्ञों ने कई सुझाव दिए हैैं, जिन पर अमल किया जाएगा। सड़कों के निर्माण में नए प्रयोगों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए अभियंताओं को पूरी छूट मिलेगी। कार्यों में गुणवत्ता आए, इसके लिए आइआइटी, एनआइटी व अन्य तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञों से ने प्रयोगों के बारे में अप्रूवल भी लिया जाएगा। 

14 राज्यों का अनुभव काम आएगा

उप मुख्यमंत्री होने के साथ ही लोक निर्माण विभाग मंत्रालय भी संभालने वाले केशव ने कहा कि लखनऊ में हुई कांफ्रेस काफी सफल रही और इससे सड़क निर्माण को नई दिशा मिली है। 14 राज्यों के लोक निर्माण विभाग मंत्रियों ने अपने यहां के प्रयोगों को साझा किया। बिहार में गड्ढों को मुक्त करने के लिए रोड एंबुलेंस और महाराष्ट्र में सड़कों के लिए बनाए गए पोर्टल को प्रदेश में भी लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में नई तकनीकी से अब तक जो सड़कें बनी हैं, उनमें लागत में पचीस से तीस फीसद की कमी आई है। ऐसा इंतजाम किया जा रहा है कि आने वाले दिनों सड़कों पर गड्ढे दिखाई ही न दें। नीदरलैैंड में गड्ढों को पाटने के लिए जिन मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है, उनका निर्माण भारत में भी किया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि कुंभ के कार्यों में हमेशा भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैैं, इस पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अब ऐसा नहीं होगा। कुंभ मेला प्रदेश का गौरव है और इसके कार्य अक्टूबर 2018 तक पूरे कर लिए जाएंगे। 


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