टू लेट का बोर्ड देख घर में घुसे बदमाश, बंधक बनाकर की लूटपाट
विनीत खंड दो में सेवानिवृत डिवीजनल फायर ऑफिसर के यहां हुई वारदात। तीन घंटे के भीतर नाटकीय ढ़ंग से पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान सगे भाइयों को दबोचा, एक फरार।
लखनऊ, जेएनएन। गोमतीनगर में आइजी दफ्तर के सामने शनिवार को दिनदहाड़े बदमाशों ने फायर विभाग से सेवानिवृत डिवीजनल अफसर सुभाष मणि तिवारी के घर में दिनदहाड़े लूटपाट की। बदमाशों ने सुभाष, उनकी पत्नी विमला और बेटी ऋतु को बंधक बना लिया। बदमाश दिन में करीब तीन बजे टूलेट का बोर्ड देखकर किराए का मकान देखने के लिए दाखिल हुए थे और चार घंटे बाद नगदी व जेवर लूटकर भाग निकले। उधर, वारदात के तीन घंटे बाद पुलिस ने नाटकीय ढंग से मुठभेड़ के दौरान दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक भाग निकला। एक के पैर में गोली भी लगी है। एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपितों के पास से नगदी व जेवर बरामद कर लिए गए हैं।
पीडि़त सुभाष के मुताबिक शनिवार को दिन में करीब सवा तीन बजे अंजान नंबर से फोन आया था। मकान का ऊपरी हिस्सा किराए पर देने के लिए सुभाष ने टू लेट का बोर्ड लगा रखा था। फोन करने वाले ने मकान देखने की बात कही। इसके बाद तीन लोग गेट पर पहुंचे। दो लोगों के साथ सुभाष ऊपर कमरा दिखाने चले गए, जबकि विमला और ऋतु नीचे मौजूद रहे और उनके पास एक युवक खड़ा रहा। काफी देर तक सुभाष के वापस नहीं आने पर ऋतु छत पर पहुंची तो पिता को बंधक पाया। एसएसपी के मुताबिक आरोपितों ने सुभाष के साथ ऋतु को भी बंधक बना लिया। इस बीच नीचे मौजूद विमला को संदेह हुआ तो उन्होंने छत पर जाने की कोशिश की तो नीचे मौजूद तीसरे युवक ने असलहा तानकर बंधक बना लिया।
चादर से बांधकर खंगाला घर
सुभाष ने बताया कि बदमाशों ने उन्हें और उनकी बेटी को चादर व गमछे से बांध दिया। इसके बाद उनकी पत्नी को साथ लेकर पूरा घर खंगाला और 40 हजार रुपये व कीमती जेवर लूट लिए। बदमाश अंधेरा होने का इंतजार करते रहे और सबका फोन लेकर देर शाम सवा सात बजे भाग निकले।
पड़ोसी के फोन से पुलिस को दी सूचना
विमला ने ऊपर के कमरे में जाकर पति और बेटी को मुक्त कराया। इसके बाद ऋतु ने पड़ोसी लोकेश को आवाज लगाई फिर उनके फोन से पुलिस को सूचना दी। एसएसपी, एएसपी उत्तरी और कई थानों की पुलिस ने छानबीन की और आसपास के कैमरे खंगाले। इसके बाद सर्विलांस के जरिए सुभाष को जिस नंबर से फोन आया था, उसकी लोकेशन खंगाली।
पुलिस का दावा, हैनीमैन ओवर ब्रिज के नीचे हुई मुठभेड़
एसएसपी का दावा है कि पड़ताल के दौरान हैनीमैन चौराहे के पास बदमाशों की लोकेशन निकली। पुलिस टीम ने घेराबंदी की। पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में विलासपुर छतीसगढ़ निवासी प्रवीण कश्यप के पैर में गोली लगी, जबकि उसके सगे भाई नवीन को पुलिस ने दबोच लिया। इस दौरान तीसरा आरोपित संतोष वहां से भाग निकला। वारदात के राजफाश को लेकर सोशल मीडिया पर तरह तरह के चर्चे हैं।
एक दिन पहले की थी रेकी
पुलिस सूत्रों का कहना है कि पकड़े गए आरोपितों ने एक दिन पहले रेकी की थी। इसके बाद प्लान बनाकर घर में दाखिल हुए थे। सगे भाई प्रवीण और नवीन ने आसपास के दुकानदारों से भी पता लगाया था। आरोपितों को इस बात की जानकारी थी कि घर में बुजुर्ग दंपति और उनकी बेटी के अलावा कोई नहीं रहता है।
पीडि़त परिवार से नहीं की मारपीट
पीडि़त सुभाष ने बताया कि आरोपितों ने उन लोगों से मारपीट नहीं की थी। विमला ने खौफ के कारण घर में रखे जेवर बदमाशों को सौंप दिए थे। सुभाष के दो बेटे वेद और वीरेंद्र हैं। एक बेटा यूएस में तो दूसरा दिल्ली में इंजीनियर है।