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UP में प्रमुख नदियों के जलस्तर में गिरावट पर कटान के कारण दुश्वारियां नहीं हुई कम

उत्तर प्रदेश में प्रमुख नदियों के जलस्तर में गिरावट जारी है। इससे बाढ़ग्रस्त और तटीय क्षेत्र के लोगों में दहशत कम हुई है। अभी रात कार्य जारी है...

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 23 Sep 2019 11:29 PM (IST)Updated: Tue, 24 Sep 2019 08:59 AM (IST)
UP में प्रमुख नदियों के जलस्तर में गिरावट पर कटान के कारण दुश्वारियां नहीं हुई कम
UP में प्रमुख नदियों के जलस्तर में गिरावट पर कटान के कारण दुश्वारियां नहीं हुई कम

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में प्रमुख नदियों के जलस्तर में गिरावट जारी है। इससे बाढ़ग्रस्त और तटीय क्षेत्र के लोगों में दहशत कम हुई है। हालांकि रात कार्य जारी है, लेकिन लोगों की दुश्वारियां कम नहीं हुईं। भूमि का कटान जारी है। वहीं रविवार रात और सोमवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों में बारिश हुई, मकान गिरे और वज्रपात हुआ। इसके कारण चार लोगों की मौत हो गई। 

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अवध में नदियों का जलस्तर घटने से लगा है, लेकिन कटान से स्थिति गंभीर है। सीतापुर में शारदा और घाघरा नदी भूमि कटान कर रही है। इसी तरह बहराइच में घाघरा व सरयू नदी का जलस्तर घटा है। महसी तहसील के कोढ़वा गांव के कई घर धारा में समा गए। पिपरी, कोढ़वा व कैसरगंज तहसील के भिरगूपुरवा में 45 बीघे जमीन कट गई। बाराबंकी में भूमि कटान के चलते तटवर्ती गांवों के पलायन को मजबूर हो रहे हैं।

प्रयागराज में करीब दो हफ्ते से उफनाई गंगा और यमुना के जलस्तर में सोमवार को भी कमी दर्ज की गई। इससे प्रभावित लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली है लेकिन अब भी हालात सामान्य नहीं हो सके हैैं। हजारों लोग राहत शिविर में शरण लिए हुए हैं। प्रशासन की ओर से इन्हें राहत सामग्री मुहैया कराई जा रही है।

पूर्वांचल में गंगा में बढ़ाव रुक गया है पर दुश्वारियां कम नहीं हुईं। वाराणसी, मीरजापुर, चंदौली व भदोही में जलस्तर घट रहा वहीं बलिया व गाजीपुर में पानी स्थिर है। हालांकि कई गांव बाढ़ की विभिषिका झेल रहे हैं। बाढ़ राहत सामग्री वितरण और राहत कार्य जारी है। आजमगढ़ व बलिया में घाघरा अब खतरे का निशान पार कर गई है। गाजीपुर में गंगा का जलस्तर रविवार रात से ठहरा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार अब जलस्तर घटेगा।

बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, उरई, औरैया, इटावा, कन्नौज, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, उन्नाव और अकबरपुर में रविवार रात से ही सोमवार दोपहर तक रुक-रुक कर बारिश होती रही। बांदा में यमुना व केन नदी में जलस्तर में गिरावट जारी रहा। चित्रकूट जिले में सोमवार को यमुना का जलस्तर दो मीटर घट गया। हमीरपुर में यमुना व बेतवा का जलस्तर खतरा बिंदु से नीचे आ गया। उरई में यमुना का जलस्तर तेजी से घट रहा है। इससे पचनद की नदियों का भी पानी कम हो गया है।

इटावा में चंबल नदी का जलस्तर बढ़ा है जबकि यमुना नदी में पानी घटा है। फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर कम हो रहा है। हालांकि बांधों से पानी छोड़े जाने का सिलसिला जारी है। फतेहपुर में यमुना का पानी दिनोंदिन घटता जा रहा है। हमीरपुर जिले के मवईजार गांव में सोमवार को बारिश के दौरान वज्रपात से किसान व उनके साढ़ू की मौत हो गई जबकि किसान का पुत्र झुलस गया जबकि रविवार रात बारिश के कारण उपरहंका गांव कच्चे मकान की दीवार ढह गई, जिसके मलबे में दबकर गर्भवती महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई।


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