भिक्षु प्रज्ञानंद के अंतिम संस्कार में सैकड़ों की संख्या में श्रावस्ती पहुंचे बौद्ध भिक्षु
श्रावस्ती के चाइनीज बुद्ध विहार में राजकीय सम्मान के साथ आज दोपहर को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
लखनऊ (जेएनएन)। बौद्ध भिक्षु भदंत गलगेदर प्रज्ञानंद का पार्थिव शरीर श्रावस्ती के चैन मंदिर पहुंच चुका है। बौद्ध भिक्षु भदंत गलगेदर प्रज्ञानंद के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से सैकड़ों की संख्या में बौद्ध भिक्षु रविवार को श्रावस्ती पहुंच चुके हैं। रविवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को धम्म दीक्षा देने वाले भिक्षु भदंत गलगेदर प्रज्ञानंद की अंतिम यात्रा शनिवार को श्रावस्ती के लिए रवाना हुई थी।
श्रावस्ती के चाइनीज बुद्ध विहार में राजकीय सम्मान के साथ रविवार को दोपहर अंतिम संस्कार किया जाएगा। रिसालदार पार्क के बुद्ध विहार से निकली अंतिम यात्रा के आगे पताका लिए भिक्षुओं की टोली शवयात्रा की अगवानी कर रही थी। फूलों की बारिश के बीच शवयात्रा विधानसभा मार्ग स्थित भारतरत्न बोधिसत्व बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर महासभा परिसर में पहुंची।
फरंगी महली और पास्टर सुनील चौधरी की श्रद्धांजलि
अंबेडकर महासभा अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल की ओर से यात्रा का स्वागत किया गया और हिंदू धर्म की महंत देव्यागिरि, सिख समाज के राजेंद्र सिंह बग्गा, मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली और ईसाई समाज के पास्टर सुनील चौधरी ने धार्मिक रूप से श्रद्धांजलि दी। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने कहा कि भिक्षु प्रज्ञानंद ने देश में बौद्ध धर्म को एक नई दिशा दी, जिसे लोग सदैव याद रखेंगे। इससे पहले महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. राम नरेश चौधरी ने भिक्षुओं के साथ त्रिशरण पंचशील पाठ कराया। श्रद्धांजलि सभा में वीरेंद्र विक्रम सुमन, रामचंद्र पटेल, बीना मौर्या, एसआर दारापुरी अमरनाथ प्रजापति, डॉ. सत्या दोहरे समेत महासभा के पदाधिकारी व भिक्षु शामिल हुए।
जगह-जगह हुआ स्वागत
भिक्षु भदंत गलगेदर प्रज्ञानंद की अंतिम यात्रा पूर्वाह्न 11 बजे विधान सभा मार्ग स्थित अंबेडकर महासभा से निकलने के बाद सामाजिक परिवर्तन स्थल होते हुए अंबेडकर पार्क के पास पहुंची जहां बौद्ध धर्म के लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की। पुलिस सुरक्षा के साथ निकली यात्रा का पॉलीटेक्निक चौराहा, चिनहट, तिवारी गंज सहित कई स्थानों पर उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा। भिक्षु प्रज्ञानंद के शिष्य प्रज्ञा सार ने बताया कि फैजाबाद रोड पर बाराबंकी बार्डर पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष डॉ. पीएल पुनिया के निर्देश पर छोटेलाल व राजेश चौधरी समेत कई लोगों ने स्वागत किया। यात्रा के दौरान कई स्थानों पर जाम की स्थिति बनी रही।
अंबेडकर महासभा में आएंगी अस्थियां
श्रीलंका के गलगेदर में 18 दिसंबर 1928 को जन्मे भिक्षु भदंत गलगेदर प्रज्ञानंद जी की कर्म स्थली राजधानी में उनकी अस्थियां रखी जाएंगी। महासभा के अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने बताया कि डॉ. अंबेडकर के अस्थि कलश के पास इनकी भी अस्थियां रखी जाएंगी।