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दिव्यांगों में अधिक होती है आगे बढ़ने की क्षमता : राज्यपाल

विश्व दिव्यांग दिवस पर सम्मानित हुए दिव्यांगजन व संस्थाएं। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राज्यपाल राम नाईक ने किया पुरस्कृत।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 03 Dec 2018 08:28 PM (IST)Updated: Mon, 03 Dec 2018 08:28 PM (IST)
दिव्यांगों में अधिक होती है आगे बढ़ने की क्षमता : राज्यपाल
दिव्यांगों में अधिक होती है आगे बढ़ने की क्षमता : राज्यपाल

लखनऊ, जेएनएन। सामान्य लोगों के मुकाबले आगे बढऩे की क्षमता दिव्यांगों में अधिक होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी वजह से इनका नामकरण दिव्यांग करके उनकी उत्कृष्टता का सम्मान किया। समाज के लोगों को भी उनके उत्थान के लिए काम करना चाहिए। राज्यपाल राम नाईक ने सोमवार को विश्व दिव्यांग दिवस पर आयोजित सम्मान समारोह में दिव्यांगों का उत्साहवर्धन किया।

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इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित समारोह के दौरान राज्यपाल ने कहा कि दिव्यांगजनों के शरीर में यदि एक कमी होती है तो उनमें अतिरिक्त रूप से कोई न कोई विशेषता भी होती है। उनकी क्षमताओं को देखते हुए उन्हें उचित मार्गदर्शन और प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है। दिव्यांगजनों की विशेषता को समाज के सामने लाने की आवश्यकता है। राज्य सरकार ने दिव्यांगों को मिलने वाली सहायता राशि को रुपये 300 से बढ़ाकर 500 कर दिया है। विवाह के लिए मिलने वाली धनराशि को 20 हजार से बढ़ाकर रुपये करने का निर्णय लेकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया।

केंद्र सरकार ने दिव्यांग बच्चों की किताबों का खर्च, स्कूल ड्रेस एवं स्कूल आने-जाने का खर्च सरकार की ओर से वहन करने का निर्णय लिया है। इससे पहले दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के  मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि विभाग की ओर से चलाई जाने वाली योजनाएं दिव्यांगों को मुख्य धारा में लाने में सक्षम हैं। हर वर्ष की तीन दिसंबर को उनका सम्मान करके उत्साह बढ़ाया जाता है। समारोह में अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के निदेशक डॉ. बलकार सिंह के अलावा संयुक्त निदेशक अमित कुमार सिंह, जिला दिव्यांग सशक्तिकरण अधिकारी अमित कुमार राय के अलावा कई गणमान्य लोग मौजूद थे। राज्यपाल ने राजधानी की शबीना सैफी को सृजनशील बालिका और बांदा के सूर्य प्रकाश को सृजनशील बालक का खिताब दिया। हाईस्कूल और इंटर के दिव्यांग विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया।

इनका हुआ सम्मान

  • सर्वश्रेष्ठ ब्रेल प्रेस: दृष्टि बाधितार्थ पुनर्वास संस्थान नरही, लखनऊ
  • सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग खिलाड़ी: अमन रिजवी, लखनऊ और आकाश चौधरी, बिजनौर
  • सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग कर्मचारी: आशीष जैन, इलाहाबाद और अलका भारती, कुशीनगर
  • दिव्यांगजन के लिए प्रेरणा स्रोत: रुपाली, मेरठ और कृत वर्मा, बाराबंकी
  • दिव्यांगजन के लिए कार्यरत सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति-प्रमिला कटियार, पुखराया कानपुर देहात और शंकर लाल गुप्ता, शंकर बाजार कर्वी-चित्रकूट
  • सर्वश्रेष्ठ सृजनशील दिव्यांग वयस्क:जगन्नाथ प्रसाद चक्रवर्ती, पीलीभीत
  • दिव्यांगजन के लिए कार्यरत सर्वश्रेष्ठ संस्थान-पहल दिव्यांग पुनर्वास केंद्र समिति, कानपुर और दिव्यांग डेवलपमेंट सोसाइटी,कानपुर
  • दिव्यांगजन के लिए कार्यरत उत्कृष्ट अधिकारी: इंदुमती मुख्य विकास अधिकारी मुरादाबाद और आलोक कुमार, मिर्जापुर

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