Dudhwa National Park के एक नवंबर को खुलने पर फिर लगा ग्रहण, अब 29 को होगा फैसला
पार्क प्रशासन के लिए भी बाढ़ ने मुसीबत खड़ी कर दी है। बीते दिनों में पहाड़ों पर हुई भारी बरसात के चलते शारदा में छोड़े गए कई लाख क्यूसेक पानी से सुहेली व मोहना नदी भी उफना गई और ताराई में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए।
लखीमपुर, संवाद सूत्र। वैश्विक महामारी कोरोना काल के बाद से बंद पड़े दुधवा टाइगर रिजर्व इस साल समय से पहले खुल रहा था, लेकिन बारिश व बाढ़ ने उस पर ग्रहण लगा दिया। देशी व विदेशी पर्यटकों में दुधवा के एक नवंबर से खुलने को लेकर खुशी का माहौल था। अधिकारियों ने पूरी तैयारी कर रखी थी। पर्यटक भी एक नवंबर को खुलने जा रहे दुधवा में दुर्लभ वन्यजीवों एक सींग के गैंडे व टाइगर के दीदार को उतावले थे। पर्यटकों ने एडवांस बुकिंग भी करा ली थी, लेकिन प्राकृतिक आपदा ने एक ही पल में पर्यटकों के अरमानों पर पानी फेर दिया है।
पार्क प्रशासन के लिए भी बाढ़ ने मुसीबत खड़ी कर दी है। बीते दिनों में पहाड़ों पर हुई भारी बरसात के चलते शारदा में छोड़े गए कई लाख क्यूसेक पानी से सुहेली व मोहना नदी भी उफना गई और ताराई में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए। नेपाल व दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगल सहित उसको जाने के लगभग सभी मुख्य मार्ग क्षतिग्रस्त व बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। पुल, पुलिया व नाली तथा सड़क सभी क्षतिग्रस्त हैं। सड़कें पानी के बहाव से खराब हो गई है। हाईवे पर बड़े बड़े गड्ढे बन गए हैं।
इन सबके चलते पहली नवंबर को खुलने वाले दुधवा टाइगर रिजर्व के दीदार पर ग्रहण सा लगता दिखाई दे रहा है। जिसको लेकर पार्क प्रशासन 29 अक्टूबर को पार्क को खोलने को लेकर समीक्षा करेगा। पार्क प्रशासन के माथे पर भी चिंता की लकीरें हैं कि पार्क में जीवजंतु पशु पक्षी और जानवर ऐसे बाढ़ के पानी में सुरक्षित कैसे रहे होंगे।