सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा-2019 : सॉल्वर गैंग का सरगना आरोपित सिपाही बर्खास्त
सीओ हजरतगंज की रिपोर्ट पर एसएसपी ने की कार्रवाई। एसटीएफ का मुखबिर था आरोपित, संपत्ति की होगी जांच।
लखनऊ, जेएनएन। सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा-2019 में नेशनल इंटर कॉलेज में सॉल्वर गैंग संचालित कराने के मास्टर माइंड आरोपित सिपाही अरुण कुमार को एसएसपी ने बर्खास्त कर दिया है। एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक आरोपित के खिलाफ सीओ हजरतगंज की रिपोर्ट पर कार्रवाई की गई है। पुलिस बर्खास्त सिपाही के भाई की तलाश कर रही है।
सूत्रों के अनुसार आरोपित सिपाही एसटीएफ का मुखबिर था। वह एसटीएफ के कुछ अधिकारियों को समय-समय पर आवश्यक जानकारी देता था। पुलिस अभी तक अरुण के भाई और मेरठ में भूगर्भ जल अधिकारी अजय का पता नहीं लगा सकी है। पुलिस अरुण की संपत्ति की भी जांच करेगी। अरुण वर्ष 2011 में सिपाही पद पर भर्ती हुआ था, जिसकी ट्रेनिंग बरेली में हुई थी। पहली पोस्टिंग भी उसे बरेली के कैंट थाने में मिली थी। आरोपित वर्ष 2012 में लखनऊ ट्रांसफर लेकर आया था और गोमतीनगर थाने में तैनाती पाई थी। वह लंबे समय तक ड्यूटी से गैरहाजिर रहा। 25 अगस्त को एसएसपी ने उसे लाइन हाजिर किया था। तीन जनवरी को उसे गोसाईगंज क्षेत्र में रात्रि गश्त के लिए लगाया गया था। रविवार को उसे गिरोह संचालित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
रिमांड पर लेने की तैयारी
हजरतगंज पुलिस अरुण और नेशनल इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल समेत कुल नौ आरोपितों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी कर रही है। पुलिस इस बारे में जानकारी जुटाएगी कि आरोपित कब से इस धंधे में लिप्त हैं और उन्होंने किन-किन परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाए थे।