अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए जनवरी से टेली मेडिसिन सुविधा
नागरिकों को बेहतर सुविधा देने और अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए प्रदेश में जनवरी से टेली मेडिसिन की सुविधा शुरू होगी।
जेएनएन, लखनऊ। नागरिकों को बेहतर सुविधा देने और अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए प्रदेश में अगली महीने जनवरी से टेली मेडिसिन व टेली रेडियोलॉजी की सुविधा शुरू होगी। टेली मेडिसिन के लिए प्रदेश को दो क्लस्टर में बांटा जाएगा, जिसमें 28 जिले कवर होंगे। जनपथ स्थित विकास भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अधिकारियों को इसके निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि टेली मेडिसिन के तहत लोगों को टेली कंसल्टेंसी और वीडियो कंसल्टेंसी के तौर पर दो तरह की सुविधाएं मिलेंगी, जबकि टेली रेडियोलॉजी में रेडियोलॉजिस्ट की निगरानी में एक्सरे, सीटी स्कैन व एमआरआइ की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 917 पदों के मुकाबले केवल 107 रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती को देखते हुए इनकी कमी टेली रेडियोलॉजिस्ट के जरिए दूर करने की योजना बनाई गई है।
यहां शुरू होगी टेली मेडिसिन
टेली मेडिसिन की सुविधा प्रयागराज, फतेहपुर, कौशांबी, प्रतापगढ़, हमीरपुर, चित्रकूट, कानपुर देहात, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी, आजमगढ़, बलिया, मऊ, बस्ती, संत कबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बहराइच, बलरामपुर, गोंडा, श्रावस्ती, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर व महराजगंज सहित 28 जिलों में मिलेगी।
मुख्यमंत्री करेंगे लोकार्पण
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि जनवरी माह के तीसरे हफ्ते में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन 51 में से 10 जिला अस्पतालों का लोकार्पण करेंगे, जिनका अपग्रेडेशन वल्र्ड बैैंक व उप्र हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिंग प्रोजेक्ट (यूपीएचएसएसपी) द्वारा किया जा रहा है। सिंह ने कहा कि गोरखपुर स्थित मातृ एवं शिशु अस्पताल की शुरुआत भी इस महीने के अंतिम सप्ताह या जनवरी के पहले हफ्ते में की जाएगी। इस मौके पर कॉफी टेबल बुक लॉन्च कर इसमें जेई व एईएस के रोकथाम और नियंत्रण के लिए किए गए कार्यों का भी उल्लेख किया जाएगा।