Tejas Express : तेजस एक्सप्रेस को लखनऊ से नई दिल्ली ले जाने वाले लोको पायलट को 17 वर्ष का अनुभव
लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली तेजस एक्सप्रेस को लोको पायलट सुबोध कुमार लेकर जा रहे हैं। उनके साथ सहायक के रूप में प्रशांत श्रीवास्तव हैं।
लखनऊ, जेएनएन। देश की पहली कारपोरेट ट्रेन तेज एक्सप्रेस को लेकर राजधानी लखनऊ में आज लोगों को उत्साह देखते ही बनता है। लखनऊ जंक्शन के प्लेटफॉर्म नम्बर छह का नजारा बदला-बदला है। रेलवे इसके संचालन को लेकर बेहद गंभीर है। ट्रेन को शुक्रवार को लखनऊ से नई दिल्ली ले जाने की जिम्मेदारी अनुभवी लोको पायलट को सौंपी गई है। इस की ऑपरेटिंग का पूरा स्टाफ स्टाफ पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल का है।
लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली तेजस एक्सप्रेस को लोको पायलट सुबोध कुमार लेकर जा रहे हैं। सुबोध कुमार ने कहा कि मैं पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल का लोको पायलट हूं। लम्बे समय से मैं मेल, एक्सप्रेस तथा सुपर फास्ट ट्रेन चला रहा हूं। मुझे गोरखधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस, वैशाली एक्सप्रेस, सप्तक्रांति एक्सप्रेस, कैफियात एक्सप्रेस सहित दर्जनों ट्रेनों के संचालन का अनुभव है। लखनऊ से नई दिल्ली के बीच कई वर्ष से ट्रेन संचालन कर रहा हूं। मुझे गर्व है कि तेजस चलाने की जिम्मेदारी मुझे दी गई है। तेजस एक्सप्रेस के लोको पायलट सुबोध कुमार को देश के विभिन्न ट्रेन पर एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का करीब 17 वर्ष का अनुभव है। ट्रेन कानपुर व गाजियाबाद से होते हुए नई दिल्ली तक जाएगी।
उनके साथ सहायक के रूप में प्रशांत श्रीवास्तव हैं। इनके सहायक के रूप में जा रहे प्रशांत श्रीवास्तव अभी तक वैशाली सुपर फास्ट एक्सप्रेस, गोरखधाम एक्सप्रेस, सप्त क्रांति एक्सप्रेस, गोरखपुर इंटरसिटी सहित करीब दो दर्जन ट्रेन चला चुके हैं। इनकी कार्यकुशलता सतर्कता और सिगनलिंग में महारत हासिल होने के कारण इनको तेजस के एक्सप्रेस के संचालन का अवसर दिया गया है। इतना ही नहीं इनके साथ स्टैंडबाई में राकेश भारती व अखिलेश कुमार भी हैं।
इस ट्रेन के गार्ड अतुल दीक्षित हैं। गार्ड अतुल दीक्षित ने बताया कि मैं दो दशक से रेलवे में गार्ड की नौकरी कर रहा हूं। मुझे आज तेजस को ले जाने का सौभाग्य मिला है। लखनऊ से नई दिल्ली का यह सफर मेरे लिए क्या सकते हैं मेरे जीवन के लिए अब तक का सबसे रोमांचकारी सफर है। मेरी कार्यप्रणाली को देखकर मुझे यह काम दिया है। मेरा पूरा प्रयास रहेगा जो जिम्मेदारी मुझे दी गई है उसे बेहतर तरीके से निर्वहन करूं। तेजस एक्सप्रेस यात्रियों को 6:15 घंटे में नई दिल्ली पहुंचाएगी।
इसमें केबिन क्रू की परिचायिकाएं एयर होस्टेस से कम नहीं है। काली कैप और पीले रंग की आकर्षक ड्रेस में केबिन क्रू की यह मेम्बर ट्रेन में आपको फ्लाइट का अनुभव करा देंगी। तेजस महिला सशक्तिकरण की भी साक्षी है। यह देश की पहली ट्रेन है, जिसमें ट्रेन कैप्टन सहित केबिन क्रू में महिलाएं हैं। तेजस एक्सप्रेस में कुल 22 केबिन क्रू में तैनात है। ट्रेन की कमान महिला कप्तान के हाथ है।
कैप्टन के पास ही यात्रियों की समस्याओं को दूर करने के लिए कई विशेषाधिकार होंगे। कैप्टन के साथ महिला मैनेजर और सहायक मैनेजर भी हैं।