तेजस और शताब्दी को दीवाली पर मिले यात्री, फुल हुई सीटें
कोरोना के कारण यात्रियो की बांट जोह रही वीआईपी ट्रेन तेजस और शताब्दी एक्सप्रेस को आखिरकार दीवाली उम्मीद की रोशनी लेकर आया। दोनों ट्रेनों में दीवाली पर सभी सीट बुक हो गई। जबकि लखनऊ मेल सहित कई मुख्य ट्रेनों में वेटिंग अब तक चरम पर नही पहुंच सकी है।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना के कारण यात्रियो की बांट जोह रही वीआईपी ट्रेन तेजस और शताब्दी एक्सप्रेस को आखिरकार दीवाली उम्मीद की रोशनी लेकर आया। दोनों ट्रेनों में दीवाली पर सभी सीट बुक हो गई। जबकि लखनऊ मेल सहित कई मुख्य ट्रेनों में वेटिंग अब तक चरम पर नही पहुंच सकी है। दरअसल कोरोना के कारण ट्रेन मार्च से निरस्त चल रही थी। अब रेलवे चरणबद्ध तरीके से ट्रेनों की शुरुआत कर रहा है। दिवाली को देखते हुए त्योहार स्पेशल ट्रेन भी शुरू की गई हैं, लेकिन मुम्बई छोड़ किसी भी रुट पर ट्रेनों में शत प्रतिशत यात्री नही मिल पा रहे हैं।
आईआरसीटीसी ने तेजस एक्सप्रेस की शुरुआत की तो 17 अक्टूबर से कर दी है। कम मांग होने के कारण ट्रेन को यात्री नही मिल रहे। इसके चलते आईआरसीटीसी ने तेजस का एडवांस रिजर्वेशन पीरियड 10 दिन तय किया है। इस ट्रेन में 12 नवंबर को काफी सीट बुक हो चुकी है।।अगले दिन 13 नवम्बर को वेटिंग एक तक हो गई है। इसके अलावा अन्य तिथियों में तेजस में सीट खाली चल रही है। उधर शताब्दी एक्सप्रेस स्पेशल में 12 से 14 नवंबर तक वेटिंग चल रही है। सबसे अधिक 42 वेटिंग 13 नवंबर को है। पिछले साल तक दीवाली से पहले इस ट्रेन की वेटिंग 350 से 400 तक रहती थी। इतना ही नही एसी एक्सप्रेस की एसी थर्ड में 11 से 13 नवंबर तक वेटिंग 17 से 59 तक है। यह वेटिंग भी दीवाली सीजन को देखते हुए 300 से 400 के बीच रहती थी। एसी सेकंड में अधिकतम वेटिंग 35 ही है।
लखनऊ मेल की स्लीपर क्लास में जरूर वेटिंग लगातार दीवाली के बाद भी बनी हुई है। सबसे अधिक 230 वेटिंग 13 नवंबर को है। एसी थर्ड में अधिकतर 83 और एसी सेकंड में 38 वेटिंग तक चल रही है। गोमती एक्सप्रेस जरूर अपने लय में दिख रही है। सेकंड सीटिंग क्लास में बैठकर यात्रा करने के लिए भी 13 नवंबर को 200 तक वेटिंग हो गई है। एसी चेयरकार में भी 15 नवंबर तक वेटिंग बनी हुई है।