रंगरेलियां मनाने वाले तहसीलदार ने पत्नी से माफी मांगी
मेरठ में प्रेमिका के साथ रंगरेलियां मनाते पकड़े गए तहसीलदार ने अपनी पत्नी से माफी मांग ली है। इनको पत्नी ने ही अपनी प्रेमिका के साथ बेहद आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा था।
लखनऊ। मेरठ में प्रेमिका के साथ रंगरेलियां मनाते पकड़े गए तहसीलदार ने अपनी पत्नी से माफी मांग ली है। इनको पत्नी ने ही अपनी प्रेमिका के साथ बेहद आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा था।
मेरठ में तहसीलदार न्यायिक सदर को रंगे हाथ प्रेमिका के साथ पत्नी के पकडऩे का मामला प्रशासनिक व पुलिस अफसरों में चर्चा का विषय बना रहा। पुलिस अफसर तो मामले को सुलझा नहीं सके। एडीएम एलए ने दंपती को ऑफिस में बुलाकर समझौता कराने का प्रयास किया। इसमें तहसीलदार ने पत्नी के सामने गलती मानी और प्रेमिका को छोडऩे का वादा किया। फिर भी दंपती में मनमुटाव खत्म नहीं हुआ तो दोनों के परिवार के लोगों को को बुलाया गया है।
देहलीगेट के तहसील परिसर में रहने वाले तहसीलदार न्यायिक सदर महेंद्र बहादुर का पत्नी शालिनी से विवाद चल रहा है। इनका विवाह 19 वर्ष पहले हुआ था। दोनों एक क्वार्टर में साथ रहते हैं। परसों उस समय नया बखेड़ा खड़ा हो गया, जब पत्नी शालिनी ने अपने मुहंबोले भाई को साथ लेकर रजबन में तहसीलदार को प्रेमिका तथा उसकी मां के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया। प्रेमिका और उसकी मां को तहसीलदार गाड़ी में शॉपिंग करा रहे थे। पत्नी शालिनी के हंगामा करने पर मामला सदर बाजार थाने पहुंचा। पत्नी ने तहसीलदार पर दूसरी महिला के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने का आरोप लगाया। शालिनी ने कहा कि वह मुकदमा नहीं चाहती। उन्होंने पति को सही करने की मांग की। विवाद अफसर से जुड़ा होने के कारण इंस्पेक्टर कुछ समझ नहीं पा रहे थे।
कलक्ट्रेट परिसर में कल एडीएमएलए डीपी श्रीवास्तव के ऑफिस में दंपती को बुलाया गया। वहां पर तहसीलदार ने पत्नी से माफी मांगी। साथ ही आगे से प्रेमिका से नहीं मिलने का वादा किया। इसके बावजूद शालिनी नहीं मानीं। उनका कहना था कि उन्हें तहसीलदार पर भरोसा नहीं है। इस पर दोनों के परिजनों को सूचना दी गई है। एडीएम एलए ने बताया दोनों के परिवार को बुलाया गया है, जो मेरठ के लिए निकल पड़े हैं। उनके सामने ही दोनों को बैठाकर मामला निपटा दिया जाएगा। इधर, लगातार कॉल करने के बाद भी तहसीलदार फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं। तहसीलदार के प्रेमिका से दूर रहने के बाद भी शालिनी को भरोसा नहीं हुआ है।
एडीएम एलए डीपी श्रीवास्तव ने कहा कि शालिनी और महेंद्र के परिवार को बुलाया गया है। दोनों के सामने समझौता कराया जाएगा। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
क्या था मामला
परसों तहसीलदार न्यायिक सदर को उनकी पत्नी ने 'वो' और उसकी मां को शॉपिंग कराने के दौरान मेरठ के रजबन चौराहे पर पकड़ लिया। पत्नी ने हंगामा किया तो भीड़ जमा हो गई। पुलिस सभी को थाने ले गई, जहां पत्नी व तहसीलदार ने एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए। मामला पारिवारिक होने के कारण पुलिस ने समझौता करा दिया। देर रात पत्नी ने तहसीलदार पर लिविंग रिलेशनशिप में रहने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। तहसीलदार न्यायिक सदर महेंद्र बहादुर देहलीगेट तहसील परिसर में रहते हैं। 19 वर्ष पहले महेंद्र बहादुर की शादी शालिनी से हुई। दंपती में कई वर्षो से विवाद चल रहा है। इसके बावजूद दोनों एक ही क्वार्टर में साथ-साथ रहते हैं। शालिनी का आरोप है कि महेंद्र के संबंध किसी दूसरी महिला से हैं, जिससे दंपती के बीच दूरियां बन गईं। उनकी मौजूदगी में ही महिला घर में आती है और दोनों एक कमरे में बंद हो जाते हैं। अब तो प्रेमिका की मां भी आने लगी है और तीनों आपत्तिजनक स्थिति में रहते हैं। पुलिस के मुताबिक, महेंद्र बहादुर परसों कार में सकौती की रहने वाली एक महिला और उसकी मां को लेकर आबूलेन से शॉपिंग कराकर लौट रहे थे। इसी बीच शालिनी अपने रिश्ते के भाइयों के साथ कार से मौके पर पहुंच गईं। रजबन चौराहे पर शालिनी ने महेंद्र और उनके साथ घूम रही मां-बेटी को पकड़ लिया। फिर हंगामा कर दिया। बाद में शालिनी ने बीच सड़क पर अपने पति से अभद्रता करनी शुरू कर दी, जिस पर भीड़ जमा हो गई। सूचना के बाद पहुंची पुलिस की टीम चारों को थाना ले गई।