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विराट कोहली संग अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे तन्मय ने 30 वर्ष की उम्र में लिया संन्यास

वर्ष 2008 अंडर-19 विश्व कप में टीम इंडिया को चैंपियन बनाने में अहम रोल निभाने वाले उत्तर प्रदेश के तन्मय श्रीवास्तव ने सिर्फ 30 साल की उम्र में ही क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास ले लिया। सोशल मीडिया पर संन्यास का एलान किया।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 12:06 AM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 12:14 AM (IST)
विराट कोहली संग अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे तन्मय ने 30 वर्ष की उम्र में लिया संन्यास
यूपी के तन्मय श्रीवास्तव ने सिर्फ 30 साल की उम्र में ही क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास ले लिया।

लखनऊ, जेएनएन। वर्ष 2008 अंडर-19 विश्व कप में टीम इंडिया को चैंपियन बनाने में अहम रोल निभाने वाले उत्तर प्रदेश के तन्मय श्रीवास्तव ने सिर्फ 30 साल की उम्र में ही क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास ले लिया। सोशल मीडिया पर संन्यास का एलान करते हुए तन्मय ने लिखा, मैंने कुछ सपने देखे हैं, जिस पर काम करने का वक्त आ गया है।

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कानपुर में जन्में तन्मय ने ट्वीट करते हुए लिखा, यह मेरे क्रिकेट करियर को अलविदा कहने का बिल्कुल सही समय है। मैंने यादें और दोस्त बनाने के साथ जूनियर क्रिकेट, रणजी ट्रॉफी और अंडर-19 विश्व कप में बढ़िया प्रदर्शन किया, जिससे टीम इंडिया के साथ कप लेकर देश लौटा।

उत्तर प्रदेश के पूर्व रणजी क्रिकेटर तन्मय श्रीवास्तव ने कहा कि देखिये, मुझे पता था कि न ही मुझे आइपीएल में मौका मिलेगा और न ही भारतीय टीम में जगह मिल पाएगी। ऐसे में संन्यास के अलावा कोई और विकल्प नहीं था। लेकिन, आज मेरे पास जो कुछ भी वह क्रिकेट की वजह से ही है। इसके लिए यूपीसीए को शुक्रिया कहना चाहूंगा जिसकी वजह से मुझे पहचान मिली। भविष्य में भी मेरा जुड़ाव क्रिकेट से ही रहेगा।

बता दें कि 12 साल पहले मलेशिया में खेले गए अंडर-19 विश्व कप में विराट कोहली के नेतृत्व में भारत चैंपियन बना था। क्रिकेट के इस महाकुंभ में उत्तर प्रदेश के तन्मय श्रीवास्तव ने बल्ले से बेजोड़ प्रदर्शन किया था। श्रीवास्तव ने समर्थन के लिए अपने कोचों, उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन और माता-पिता सहित सभी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि मैंने मैदान के अंदर और बाहर क्रिकेट से जुड़ी ऐसी यादें बनाई हैं जो हमेशा मेरे साथ रहेंगी। कुछ नया करने के लिए मेरे पास बड़ी महत्वाकांक्षा है। अब अगले अध्याय की बारी है।

विश्व कप फाइनल में खेली थी यादगार पारी : तन्मय ने अंडर-19 विश्व कप फाइनल में छोटी, मगर यादगार पारी खेली थी। उन्होंने 46 रन बनाए थे, जो लो-स्कोरिंग मैच में किसी भी बल्लेबाज की सबसे बड़ी पारी थी। तन्मय के जुझारू प्रदर्शन की बदौलत ही कोहली की टीम 12 रनों से विश्व चैैंपियन बनी थी। यही नहीं, बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने टूर्नामेंट में 52.40 की औसत से सबसे ज्यादा 262 रन भी बनाए थे। हालांकि, तन्मय अपने साथी विराट कोहली और रवींद्र जडेजा की तरह सीनियर क्रिकेट में छाप नहीं छोड़ सके।

प्रथम श्रेणी में बिखेरी चमक : तन्मय श्रीवास्तव ने प्रथम श्रेणी में कुल 91 मैच खेला है, जिसमें शानदार 10 शतकों और 27 अर्धशतकों की मदद से 4,918 रन बनाए हैैं। इनमें 82 मैचों में उत्तर प्रदेश और नौ मैच में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व किया है। इस दौरान तन्मय उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कप्तान भी रहे। इसके बावजूद वह टीम इंडिया में जगह बनाने में असफल रहे।


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