प्रतिभाओं की नहीं अच्छे प्रशिक्षक की कमीः मिल्खा सिंह
फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर पदमश्री व अर्जुन अवार्ड प्राप्त धावक मिल्खा सिंह ने कहा कि देश में प्रतिभाएं बहुत हैं लेकिन अच्छे प्रशिक्षकों की कमी है। प्रशिक्षक संविदा पर रखें, जवाबदेही तय करें।
लखनऊ। फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर पदमश्री व अर्जुन अवार्ड प्राप्त धावक मिल्खा सिंह ने कहा कि देश में प्रतिभाएं बहुत हैं लेकिन अच्छे प्रशिक्षकों की कमी है। प्रशिक्षक संविदा पर रखें, जवाबदेही तय करें। सरकारें खेल पर खूब खर्च कर रही हैं, परिणाम न मिलें तो बाहर का रास्ता दिखाएं। युवा नशे की लत छोड़ें। कानपुर के एक स्कूल में आए मिल्खा सिंह ने कहा कि देश में 60 साल में 120 करोड़ आबादी के बीच कोई मिल्खा सिंह नहीं पैदा हो सका। वक्त की बर्बादी में लगे युवा एथलीट, मुक्केबाज, शूटर व रेसलर बनकर ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाएं। रोम ओलंपिक में गोल्ड पदक न मिलने के उनके अधूरे ख्वाब को पूरा करें। खेल में सियासत से आहत मिल्खा सिंह बोले, सुरेश कलमाड़ी के सामने चुनाव लड़ जाऊं तो दो वोट मिलेंगे। स्कूल में खुद पर बनी फिल्म के कुछ अंश देखने व बच्चों की प्रस्तुतियों के बाद मंच पर पहुंचे मिल्खा सिंह रो पड़े। कहा, माता-पिता की मृत्यु, रोम ओलंपिक में स्वर्ण पदक से चूकने व पहली बार फिल्म देखने के बाद रोए थे।