Swami Chinmayanand Case : कांग्रेस का प्रदर्शन स्थगित, अब प्रियंका वाड्रा के नेतृत्व में गांधी जयंती पर लखनऊ में होगी पदयात्रा
अब कांग्रेसी राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में गांधी जयंती के दिन लखनऊ में जनाक्रोश पदयात्रा होगी।
लखनऊ, जेएनएन। पूर्व केंद्रीय गृहराज्यमंत्री चिन्मयानंद पर दुष्कर्म और यौन शोषण का आरोप लगानी वाली छात्रा को न्याय दिलाने के लिए सभी जिलों में कांग्रेस का आज प्रस्तावित धरना-प्रदर्शन स्थगित कर दिया गया है। सभी जिलों से कार्यकर्ता कल लखनऊ में जनाक्रोश मार्च के लिए बुलाए गए हैं। बताया जा रहा है कि अब कांग्रेसी राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में गांधी जयंती के दिन लखनऊ में जनाक्रोश पदयात्रा होगी। इसमें प्रदेश भर के कार्यकर्ता शामिल होंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह के अनुसार मंगलवार को प्रदेश के सभी जिलों होने वाले प्रदर्शन को निरस्त कर दिया गया है। अब दो अक्टूबर (बुधवार) को राजधानी लखनऊ में कांग्रेस का आक्रोश मार्च होगा। इस आक्रोश मार्च में कांग्रेस के सभी विधायक, सांसद, पूर्व सांसद, पदाधिकारी और भारी संख्या में कार्यकर्ता शामिल होंगे। स्वामी चिन्मयानंद केस और सरकार की दमनकारी नीतियों के विरोध में यह मार्च निकाला जा रहा है। सरकार के खिलाफ इस प्रदर्शन में अब प्रियंका गांधी भी शामिल होंगी।
कल पदयात्रा रोकने पर पुलिस से भिड़े कांग्रेसी
चिन्मयानंद-छात्रा प्रकरण में छात्रा को न्याय दिलाने के लिए पदयात्रा निकालने चले कांग्रेस नेताओं को सोमवार को पुलिस ने रोका तो दिनभर जमकर हंगामा हुआ था। शाहजहांपुर में पार्टी विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी, राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर समेत करीब दो सौ कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया। हालांकि देर शाम सभी को रिहा कर दिया गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद को समर्थकों के साथ उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया। बरेली, पीलीभीत और बदायूं में भी प्रदर्शन हुए। बदायूं में प्रदेश महासचिव ओमकार सिंह को नजरबंद कर दिया गया था।
प्रशासन पीड़िता की आवाज को दबा रहा
पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद को लॉ छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में 20 सितंबर को जेल भेजा गया था। वहीं, छात्रा को रंगदारी मांगने के आरोप में 25 सितंबर को जेल भेजा गया था। इसके विरोध में छात्रा को न्याय दिलाने की मांग करते हुए सोमवार को शाहजहांपुर से लखनऊ तक पदयात्रा निकालने का एलान किया था, लेकिन शाहजहांपुर प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी थी। इस पर कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा था कि पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग करते हुए पदयात्रा निकालनी थी, जिसके लिए प्रशासन को कई दिन पहले ही अवगत करा दिया पर अनुमति नहीं दी गई। प्रशासन पीड़िता की आवाज को दबाने का काम कर रहा।