गृह विभाग ने दो निलंबित आइपीएस अफसरों को किया बहाल, एक अभी भी निलंबित और एक फरार
UP Government Reinstated Two Suspended IPS officers प्रदेश सरकार ने एडीजी जसवीर सिंह समेत निलंबित चल रहे तीन में से दो को बहाल कर दिया है। अभी जसवीर सिंह के मामले में कोई फैसला नहीं किया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। UP Government Reinstated Two Suspended IPS officers: देश के सर्वाधिक चर्चित कांड में से एक कानपुर के बिकरू (Bikaru Case) में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या में लापरवाही बरतने के मामले में कानपुर के तत्कालीन एसएसपी रहे अनंत देव तिवारी (Anant Dev Tiwari) को करीब दो वर्ष बाद बहाल कर दिया गया है।
डीआइजी एसटीएफ के पद से निलंबित अनंत देव के साथ ही गाजियाबाद के एसएसपी के रूप में निलंबित पवन कुमार (Pawan Kumar) को भी प्रदेश शासन ने बहाल कर दिया है।
कानपुर के बहुचर्चित बिकरु कांड में निलंबित अनंत देव तिवारी को लगभग दो वर्ष बाद बहाल किया। वह विकास दुबे के कृत्य के समय कानपुर के एसएसपी थे। अपने कार्य में शिथिल रहने के आरोप में करीब छह महीने पहले निलंबित किये गए गाजियाबाद के तत्कालीन एसएसपी पवन कुमार भी बहाल कर दिया गया है।
निलंबन बहाल होने के बाद भी इन दोनों अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय जांच जारी रहेगी। दोनों को अभी नई तैनाती नहीं मिली है।
प्रदेश सरकार ने एडीजी जसवीर सिंह (ADG Jasveer Singh) समेत निलंबित चल रहे तीन में से दो को बहाल कर दिया है। अभी जसवीर सिंह के मामले में कोई फैसला नहीं किया गया है। महोबा के क्रशर कारोबारी की हत्या के मामले में करीब तीन वर्ष से फरार चल रहे आइपीएस अफसर मणिलाल पाटीदार (Manilal Patidar) को भी बर्खास्त करने की सिफारिश की गई है। एक लाख का इनाम घोषित करने के बाद अब इनको बर्खास्त करने की सिफारिश की गई है।
अनंत देव तिवारी को कानपुर के बिकरू कांड के बाद एसटीएफ में भेजा गया था। जहां पर वह डीआइजी यूपी एसटीएफ के पद से निलंबित हुए थे। एसएसपी गाजियाबाद के पद से मार्च में निलंबित पवन कुमार पर तो कार्यों में लापरवाही बरतने के साथ ही मातहतों पर पर्याप्त नियंत्रण ना होने के भी आरोप लगे हैं। बहाली के बाद अब अनंत देव और पवन कुमार को नए स्थान पर नियुक्ति का इंतजार रहेगा।