Move to Jagran APP

घटिया ट्रांसफार्मर और केबिल देने वालीं 68 कंपनियां ब्लैक लिस्टेड, कई को दी चेतावनी

पावर कारपोरेशन ने घटिया ट्रांसफार्मर केबिल व अन्य सामग्री सप्लाई करने वाली 68 कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उन्हें ब्लैक लिस्टेड कर दिया है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 29 May 2019 04:12 PM (IST)Updated: Thu, 30 May 2019 08:13 AM (IST)
घटिया ट्रांसफार्मर और केबिल देने वालीं 68 कंपनियां ब्लैक लिस्टेड, कई को दी चेतावनी
घटिया ट्रांसफार्मर और केबिल देने वालीं 68 कंपनियां ब्लैक लिस्टेड, कई को दी चेतावनी

लखनऊ, जेएनएन। पावर कारपोरेशन ने घटिया ट्रांसफार्मर, केबिल व अन्य सामग्री सप्लाई करने वाली 68 कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उन्हें ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। कारपोरेशन ने यह कदम प्रदेश भर से लिए गए सामग्री के 15 फीसद नमूने फेल होने के बाद उठाया है। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के निर्देश पर हुई कार्रवाई के बाद प्रमुख सचिव ऊर्जा व पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष आलोक कुमार ने घटिया ट्रांसफार्मर सहित अन्य ऐसी सामग्री सप्लाई करने वाली कंपनियों के खिलाफ कड़ी विधि सम्मत कार्रवाई की चेतावनी दी है।

loksabha election banner

प्रदेश में बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने और बिजली विभाग में आपूर्ति की जाने वाली सामग्री की गुणवत्ता तय करने के लिए पावर कारपोरेशन ने प्रदेश में पहली बार बड़े पैमाने पर विद्युत भंडार गृहों से ट्रांसफार्मर, केबिल, कंडक्टर, मीटर, पोल, ट्रांसफार्मर ऑयल व वायर के कुल 1066 सैैंपल लिए थे। ख्याति प्राप्त प्रयोगशालाओं से इन नमूनों की थर्ड पार्टी जांच कराई गई, जिसमें 159 नमूने फेल हो गए। इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए इन नमूनों से संबंधित सामग्री की आपूर्ति करने वाली 68 कंपनियों को काली सूची में डालकर भविष्य में इनसे खरीद को प्रतिबंधित कर दिया गया।

प्रमुख सचिव ऊर्जा ने बताया कि ट्रांसफार्मर व अन्य आवश्यक सामग्री को निर्धारित मानकों के मुताबिक रखने के लिए गुणवत्ता जांच की विशेष रणनीति बनाकर यह जांच की गई थी। उन्होंने बताया कि विद्युत सामग्री यदि मानक के अनुरूप होगी तो क्षतिग्रस्तता कम होगी, जिससे बिजली आपूर्ति बेहतर होगी। प्रमुख सचिव ने बताया कि पावर कारपोरेशन और वितरण कंपनियां बड़ी संख्या में निजी आपूर्तिकर्ताओं से ट्रांसफार्मर सहित अन्य विद्युत सामग्री खरीदती हैैं, जिसकी गुणवत्ता को लेकर शिकायतें आती रही हैैं। प्रमुख सचिव ने कहा कि खराब गुणवत्ता के कारण ही गर्मी में अत्यधिक संख्या में ट्रांसफार्मर खराब होते हैैं।

इन पर हुई कार्रवाई

पावर कारपोरेशन ने जिन 68 कंपनियों को काली सूची में डाला है, उसमें ट्रांसफार्मर बनाने वाली मॉडर्न ट्रांसफार्मर, श्रीराम ट्रांसफार्मर्स, बंसल ट्रांसफार्मर्स, श्रीराम स्विच गियर्स, मंगल इंडस्ट्रीज, महेंद्र ट्रांसफार्मर्स, कर्मवीर ट्रांसफार्मर्स व रक्षण लिमिटेड शामिल हैैं।

इसके अलावा अन्य सामग्रियों के लिए टाइकून केबिल, विष्णु केबिल, अल्फा कम्यूनिकेशन, कैपिटल ऊर्जा टेक, लेजर पावर कोलकाता, भदौरा इंडस्ट्रीज टीकमगढ़, मिश्रा कंस्ट्रक्शन, निसार कंस्ट्रक्शन, एलाइड इंजीनियरिंग वक्र्स तथा अनामिका कंडक्टर जयपुर, केबीकॉन इंडस्ट्रीज, गुप्ता पावर, हिंदुस्तान अर्बन, लेजर पावर, पावर कंडक्टर्स, सिग्मा पावर इंडस्ट्रीज, तिरुपति कंडक्टर्स, संदीप इंटरप्राइजेज, हैवेल्स, विनायक, कृष्णा इलेक्ट्रिकल, डायनमिक केबिल्स, सागर इंडस्ट्रीज, शशि केबिल्स, तिरुपति इंडस्ट्रीज, पीपी इंडस्ट्रीज, यूनिसेफ लिमिडेट, अभिनव ओवरसीज, ओसवाल, रैकमैन इंडस्ट्रीज, विंडसर, तुषार लिमिटेड, लूमिनो इंडस्ट्रीज, नेकोन पावर इन्फ्रा लिमिटेड, वेंकटेश्वर वायर्स, राजस्थान कंडक्टर्स, अरुण मैन्युफैक्चरिंग, इकोलाइट, प्राइमकैब, पसौंडिया मेरठ, बोल्ट हिमाचल प्रदेश, एसपीएम केबिल, एवरकैब, पाई स्क्वायर, कैबकॉन इंडिया, अल्फा केबिल, इश्वर मेटल, एसवीएएससीए इंडस्ट्रीज, ईस्ट इंडिया उद्योग, आरके इंडस्ट्रीज, मंगल इलेक्ट्रिकल्स, ट्रांसमैन इंडिया, पेरागान केबिल्स दिल्ली तथा राजस्थान वायर जयपुर शामिल हैैं।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.