अब स्नातक में 'सर्वेक्षण' का पाठ भी पढ़ेंगे विद्यार्थी
सेमेस्टर प्रणाली के अंतर्गत 20 अंक आतरिक मूल्याकन के होंगे।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। लखनऊ विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में स्नातक के विद्यार्थियों को नए सत्र से सर्वेक्षण का पाठ भी पढ़ाया जाएगा। बीए, बीएससी व बीकॉम में सेमेस्टर प्रणाली लागू होने के बाद 80 अंक की लिखित परीक्षा होगी और 20 अंक आतरिक मूल्याकन के होंगे। इस आतरिक मूल्याकन में 10 अंक प्रोजेक्ट वर्क के होंगे। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों को सरकारी योजनाओं और ज्वलंत मुद्दों पर अपनी सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश करनी होगी। इसका मकसद विद्यार्थियों को सामाजिक सरोकार से जोड़ना है।
लविवि के कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों को इससे फील्ड वर्क का ज्ञान होगा और वह समाज से सीधे जुड़कर काम कर सकेंगे। पढ़ाई के साथ-साथ समाज व देश के प्रति उन्हें जिम्मेदारी का भी अहसास होगा। फिर विभिन्न योजनाओं का क्या मकसद है इसके बारे में भी वह अध्ययन कर आसानी से ज्ञान हासिल कर सकेंगे। अभी विद्यार्थियों को राज्य व केंद्र की योजनाओं के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं होती। फिलहाल नए सत्र से सेमेस्टर प्रणाली लागू होने के बाद अब विद्यार्थियों को कक्षाओं में भी नियमित उपस्थित होना होगा, क्योंकि पाच अंक इसके भी निर्धारित किए गए हैं। प्रो. एसपी सिंह ने बताया कि विभागाध्यक्षों के साथ जल्द बैठक कर प्रोजेक्ट वर्क के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इसे और बेहतर ढंग से किस तरह लागू किया जा सकता है, इस पर भी सुझाव मागे जाएंगे।
आतरिक मूल्याकन के अंक परीक्षा के दिन ही ऑनलाइन भेजने होंगे:
लविवि से संबद्ध डिग्री कॉलेजों में आतरिक मूल्याकन के अंक विद्यार्थियों को परीक्षा के दिन ही ऑनलाइन भेजने होंगे। डाटा रिसोर्स सेंटर के माध्यम से इस व्यवस्था को फूलप्रूफ ढंग से लागू किया जाएगा। अभी तक निजी डिग्री कॉलेजों के विद्यार्थी आतरिक मूल्याकन के नाम पर खेल करने का आरोप लगाते हैं, लेकिन आगे यह नहीं होगा।