एंड्रायड बेस्ड टेक्नोलॉजी को और विकसित करेंगे एकेटीयू के स्टूडेंट
प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने एकेटीयू के सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज में किया गूगल लैब का शुभारंभ। सेंसर्स से तापमान और आर्द्रता की भी हो सकेगी माप।
लखनऊ, जेएनएन। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि में गूगल डेवलपर्स कोड लैब, सेंसर ड्राइव्स एंड कंट्रोल लैब, डिजाइन एंड सेम्युलेशन लैब का शुभारंभ प्राविधिक एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल जी' ने किया।
विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया कि विज्ञान और तकनीक से ही प्रगति संभव है। सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज के निदेशक प्रो. मनीष गौड़ ने बताया कि गूगल डेवलपर्स कोड में एंड्रायड बेस्ड टेक्नोलाजी को और बढ़ावा देने के मकसद से स्थापित किया गया है। इसमें कुल 40 टर्मिनल ड्युअल डिस्प्ले के साथ उपलब्ध हैं। जिनमें एड्रायड बेस्ड कोडिंग एवं एनीमेशन और ग्राफिक्स क्रिएशन संबंधी सुविधाएं उपलब्ध हैं। साथ ही सेंसर ड्राइव्स एंड कंट्रोल लैब में स्थापित किए गए सेंसर्स में प्रेशर, तापमान, बल, कलर एवं आद्रता इत्यादि मापने वाले सेंसर्स मौजूद हैं। वहीं ड्राइव्स में न्यूमैटिक एवं हाइड्रोलिक ड्राइव्स शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि लैब के जरिए छात्र-छात्राएं शोध कार्यों के लिए डेटा सिमुलेशन एवं एनालिसिस कर सकेंगे। गूगल का लक्ष्य पूरे विश्व में दो मिलियन वेब डेवलपर्स तैयार करना है। गूगल टीम की वंदना जयसवाल ने कहा कि कोलैबोरेटिव टीचिंग लर्निंग एंड सपोर्ट का दौर है। यही कारण है कि सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज जैसे उभरते संस्थान के साथ मिलकर कार्य करने की पहल की गई है। इस प्रयास से छात्र-छात्राओं को उनके संस्थान में गूगल के अत्याधुनिक कोड डेवलपिंग की सुविधाएं मुहैया होंगी।
सभागार का भी लोकार्पण
विवि के प्रशासनिक भवन के चतुर्थ तल पर स्थित सभागार को अत्याधुनिक साउंड एवं प्रोजेक्शन सिस्टम से लैस किया गया है। मंत्री द्वारा लोकार्पित विश्वेश्वरैया सभागार की क्षमता 400 लोगों की है। इस दौरान विवि के कुलसचिव नन्दलाल सिंह, वरिष्ठ शिक्षक एवं संस्थान के सलाहकार प्रो. केवी नायक, डीन एफएओ प्रो. वन्दना सहगल, परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार, डीन एफईटी प्रो. जेवी श्रीवास्तव समेत तमाम लोग मौजूद रहे।