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पूर्व मंत्री के बेटे ने किया था छात्र को अगवा, साथियों संग गिरफ्तार

फोटो है.. जारी करें.. ------------------ - जनेश्वर मिश्र पार्क से 11वीं के छात्र को ब

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Dec 2017 07:47 PM (IST)Updated: Sun, 24 Dec 2017 08:11 PM (IST)
पूर्व मंत्री के बेटे ने किया था छात्र को अगवा, साथियों संग गिरफ्तार
पूर्व मंत्री के बेटे ने किया था छात्र को अगवा, साथियों संग गिरफ्तार

-जनेश्वर मिश्र पार्क से शनिवार सुबह 11वीं के छात्र को बहलाकर ले गए थे साथ

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-पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के महोबा स्थित फार्म हाउस से बरामद हुआ शिवम

- फिरौती की फिराक में थे आरोपित, चिनहट पुलिस ने तीन को दबोचा

जागरण संवाददाता, लखनऊ : जनेश्वर मिश्र पार्क से शनिवार सुबह अपहृत किए गए 11वीं के छात्र शिवम को चिनहट पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के बेटे सूर्यदेव सिंह ने साथियों संग शिवम का अपहरण किया था। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक छात्र को महोबा के खरेला स्थित बादशाह सिंह के फार्म हाउस से पुलिस टीम ने शनिवार देर रात बरामद किया। शिवम ने बताया है कि आरोपित उसे साथ में घुमाने की बात बोलकर सफारी गाड़ी में बैठाकर ले गए थे। इसके बाद उसे अगवा कर लिया था और फिरौती मांगने की फिराक में थे।

एएसपी उत्तरी अनुराग वत्स ने बताया कि शनिवार को शिवम के परिवारीजनों ने उसके अपहरण की सूचना दी थी। इसके बाद पुलिस ने वाट्स एप पर आए मैसेज के आधार पर गोरखपुर जाने वाले सभी रास्तों पर चेकिंग कराई। छात्र ने मैसेज में यूपी 32 एएक्स 1111 नंबर बताया था, जिसके आधार पर टोल टैक्स पर लगे कैमरों की जांच की गई। हालांकि पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद सीतापुर और कानपुर जाने वाले रास्तों पर स्थित टोल प्लाजा के कैमरे खंगाले गए। इस दौरान नवाबगंज स्थित टोल प्लाजा पर सुबह 9:10 बजे यूपी 70 एएक्स 1111 नंबर की सफारी गाड़ी कानपुर की तरफ जाते देखी गई।

फेसबुक से मिले अहम सुराग : सीओ गोमती नगर दीपक कुमार के मुताबिक शिवम का फेसबुक एकाउंट खंगाला गया तो उसमें सूर्यदेव नाम के दो युवक उसके दोस्त पाए गए। इनमें एक मिर्जापुर का था। वहीं जब दूसरे युवक की प्रोफाइल देखी गई तो उसने यूपी 70 एएक्स 1111 नंबर सफारी के साथ अपनी फोटो लगा रखी थी। सोशल मीडिया से मिली अहम जानकारी के बाद पुलिस ने आरोपित सूर्यदेव के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया और उसकी लोकेशन पता की।

चलो घूमकर आते हैं : शिवम का कहना है कि पार्क के पास मुलाकात के दौरान सूर्यदेव और उसके साथियों ने उससे घूमने चलने के लिए बोला तो वह गाड़ी में बैठ गया था। इसके बाद आरोपित शिवम को कानपुर की ओर लेकर चल दिए। शिवम ने बताया कि नवाबगंज टोल टैक्स प्लाजा पार करने के बाद सूर्यदेव ने उससे घर फोन कर अपहरण की बात बताने के लिए कहा था और फिर उसका फोन छीनकर बंद कर दिया था।

फिरौती में 50 लाख मांगने की थी तैयारी : शिवम का कहना है कि जब सूर्यदेव से उसने वापस लखनऊ छोड़ने के लिए बोला तो आरोपितों ने उसकी पिटाई कर दी। यही नहीं आरोपित शिवम के पिता अमित जायसवाल से 50 लाख रुपये फिरौती मांगने की बात भी बोल रहे थे। सूर्यदेव के साथ उसके चार अन्य साथी गाड़ी में मौजूद थे। हालांकि पुलिस ने अभी सिर्फ हमीरपुर के मौदहा, खलीला निवासी सूर्यदेव सिंह उर्फ शिवा, खरेला निवासी राजेश सेन और कुन्नू उर्फ प्रबल को ही गिरफ्तार किया है। एसएसपी का कहना है कि दो अन्य युवकों के बारे में पता चला है, जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है।

सोशल मीडिया के जरिए तीन माह पूर्व हुई थी दोस्ती : इंस्पेक्टर चिनहट रवींद्र नाथ राय के मुताबिक करीब तीन माह पूर्व शिवम और सूर्यदेव की दोस्ती सोशल मीडिया के माध्यम से हुई थी। दोनों फेसबुक, इंस्टाग्राम और वाट्स एप से जुड़े थे। कुछ दिन पूर्व एक वाट्स एप ग्रुप पर दोनों की बहस भी हुई थी। इस बात की जांच की जा रही है कि आरोपित साजिश के तहत छात्र को अगवा करने आए थे या फिर रास्ते में उनकी नीयत खराब हो गई थी।

छात्र के बयानों की होगी जांच : पुलिस का कहना है कि छात्र ने अगवा कर गोरखपुर की ओर ले जाने का वाट्स एप मैसेज भेजा था। शिवम ने ऐसा क्यों किया, इस दिशा में भी जांच की जा रही है। वहीं पूछताछ में आरोपित सूर्यदेव ने बताया है कि शिवम ने पत्रकारपुरम चौराहे के पास गुरुवार को मुलाकात होने पर किसी काम के लिए उससे 30 हजार रुपये मांगे थे। इस पर उसने शुक्रवार को जनेश्वर मिश्र पार्क के पास मिलने के लिए कहा था। अगले दिन शिवम के वहां पहुंचने पर सूर्यदेव ने रुपये लेने के लिए उसे साथ चलने की बात कही। इसके बाद शिवम उसके साथ चला गया था। बताया गया कि सूर्यदेव घर से नाराज होकर सफारी गाड़ी लेकर लखनऊ आया था।

महिला मित्र को किया था मैसेज : शिवम ने अपनी महिला मित्र को मैसेज कर खुद के अपहरण की बात बताई थी। इसके बाद अपने चाचा राहुल को फोन भी किया था। पुलिस का कहना है कि शिवम के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल में पता चला कि उसने सूर्यदेव से फोन पर बात की थी। सूर्यदेव का मोबाइल बंद नहीं होने के कारण पुलिस को उसकी लोकेशन का पता लगाने में आसानी रही।

मुंह पर टेप लगा जंगल में ले गए थे : शिवम ने पुलिसकर्मियों को बताया कि टोल प्लाजा पार करने के बाद ही आरोपितों ने उसके मुंह पर टेप लगा दिया था। इसके बाद उसे गाड़ी की पिछली सीट पर धकेल दिया। काफी देर बाद आरोपित शिवम को जंगल की तरफ ले गए, वहां पूर्व मंत्री का फार्म हाउस था। पीड़ित छात्र का कहना है कि सूर्यदेव ने उसे फार्म हाउस के भीतर ले जाकर एक कमरे में बंद कर दिया था।

स्थानीय पुलिस संग दी दबिश : छात्र की लोकेशन मिलने के बाद एसएसपी ने एसपी महोबा से फोन पर बात की थी। इसके बाद एसपी महोबा के निर्देश पर सीओ चरखारी बीपी सोलंकी ने एएसपी उत्तरी की सर्विलांस टीम और चिनहट पुलिस के साथ बादशाह सिंह के खरेला स्थित फार्म हाउस पर छापेमारी कर शिवम को बरामद कर लिया।

लैकफेड घोटाले में जेल जा चुके हैं पूर्व मंत्री : पूर्व श्रम मंत्री बादशाह सिंह लैकफेड घोटाले में जेल जा चुके हैं। अभी हाल ही में एक चर्चित हत्याकांड के आरोपितों को शरण देने के मामले में भी उनके गुर्गो का नाम सामने आया था। बादशाह सिंह की पत्नी रत्ना ¨सह हाल में हुए नगर पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव हार गईं थीं। पुलिस जब आरोपितों को पकड़ने फार्म हाउस पहुंची, तब तीनों आरोपित एक ही बेड पर लेटकर टीवी देख रहे थे।

कोट

मुझे साजिश के तहत बदनाम किया जा रहा है। शिवम और सूर्यदेव सहपाठी हैं। घटनाक्रम की सत्यता जानने के लिए सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया जाना चाहिए।

-बादशाह सिंह, पूर्व मंत्री


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