अतीत की यादें: फ्रैक्चर के बाद स्कूटर से कांबली पहुंचे थे अस्पताल
दोनों टीमों से सितारे क्रिकेटरों का था जमावड़ा, तीनों दिन खूब बने थे रन। 1993 में केडी सिंह बाबू स्टेडियम में इंग्लैंड और बोर्ड प्रेसिडेंट इलेवन का मुकाबला।
लखनऊ[ऋषि मिश्र]। विनोद कांबली को इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस लुइस की शार्ट पिच गेंद दाहिने हाथ पर लगी और उनको फ्रैक्चर हो गया। केडी सिंह बाबू स्टेडियम से उनको तत्काल अस्पताल ले जाना था, मगर गाड़ी की व्यवस्था नहीं थी। तब पूर्व क्रिकेटर समीर मिश्र उनको अपनी स्कूटर से सिविल अस्पताल ले गए और डॉ रवि चोपड़ा ने उनका प्लास्टर किया था। ये संस्मरण सुनाते हुए उस वक्त प्रेसिडेंट इलेवन के लोकल मैनेजर रहे समीर कहते हैं कि पुराने समय में क्रिकेटरों की सादगी का ये नमूना है। लखनऊ में 1993 में बोर्ड प्रेसिडेंट इलेवन का भ्रमणकारी इंग्लैंड के साथ तीन दिनी अभ्यास मैच था। जो कि ड्रॉ रहा था, मगर दोनों टीमों में शामिल सितारों को देखने के लिए तीनों दिन केडी सिंह बाबू स्टेडियम में जम कर भीड़ उमड़ी थी। विनोद कांबली, गेंदबाज क्रिस लुइस ,
8 से 10 जनवरी 1993 के बीच ये मैच खेला गया था। जिसमें दोनों टीमों में सितारों की भरमार थी। बोर्ड इलेवन में नवजोत सिंह सिद्धू, विनोद कांबली, राहुल द्रविड़, नयन मोगिया, मनिंनदर सिंह, राजेश चौहान, नरेंद्र हिरवानी, सलिल अंकोला जैसे सितारे थे। इंग्लैंड की पूरी राष्ट्रीय टीम दूसरी ओर थी। जिसमें ग्राहम गूच, माइ गैटिंग, रॉबिन स्मिथ, क्रिस लेविस, फिलिप डिफ्रेटस, ग्राहम हिक, नील फ्रेयरदब्रदर, फिल टफनेल थे। इंग्लैंड की टीम में अधिकांश वे खिलाड़ी थे जो 1992 के विश्व कप फाइनल में हारी टीम के हिस्सा रहे थे।
माइक गैटिंग का शतक और विनोद कांबली का पचासा
पहले दिन कोहरे और घने बादलों की वजह से मैच बाधित रहा था। जिसमें बोर्ड इलेवन की टीम ने तीन विकेट पर 178 रन बनाए थे। कांबली के 60 रन थे। दूसरे दिन बोर्ड प्रेसिडेंट की पारी 223 रन पर समाप्त हो गई थी। इसके बाद इंग्लैंड ने बल्लेबाजी की और अपनी पारी में माइक गैटिंग के 115 रन की मदद से 307 रन बनाए।
शाहनवाज ने प्रैक्टिस में मारा था ग्राहम गूच को बोल्ड
उस समय यूपी के प्रतिभावान क्रिकेटर शाहनवाज बख्तियार ने अभ्यास सत्र में इंग्लैंड के कप्तान ग्राहम गूच को बोल्ड मार कर तहलका मचा दिया था। वे अखबारों की सुर्खियों में छा गए थे। उन दिनों गूच की बल्लेबाजी का खौफ था। उन्होंने भारत के खिलाफ एक तिहरा शतक भी जमाया था।
अनजाने राहुल द्रविड़ को कोई नहीं जानता था
इस मैच के सितारों के बीच एक अनजाना नाम राहुल द्रविड़ का भी था, जिनको कोई खास नहीं जानता था। पहली पारी में राहुल ने 26 और दूसरी में नाबाद 27 रन बनाए थे। उनकी खास चर्चा नहीं हुई थी। मगर इस सीरीज के तीन साल बाद भारत की टीम में आए राहुल दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार किये जाते हैं।