डॉ. मनीषा प्रकरण: शादी को लेकर हुई थी कहासुनी, वाट्सएप पर की थी दिल की बात
डॉ. मनीषा की आत्महत्या का मामला, पुलिस ने भेजा नोटिस। अपने मोबाइल फोन से अहम साक्ष्य मिटा सकता है आरोपित।
लखनऊ(जेएनएन)। डॉ. मनीषा की आत्महत्या के बाद से अब तक पुलिस को आरोपित डॉ. उधम नहीं मिले हैं। वजीरगंज पुलिस अब तक आरोपित डॉक्टर उधम सिंह से पूछताछ तक नहीं कर सकी है। इंस्पेक्टर वजीरगंज पंकज कुमार सिंह के मुताबिक, आरोपित डॉक्टर मनीषा की मौत के बाद से कहीं चले गए हैं। डॉ. उधम को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया है। पूछताछ के बाद कई बातें स्पष्ट हो जाएंगी।
शादी की बात को लेकर दोनों में हुई थी कहासुनी
पुलिस सूत्रों का कहना है कि मनीषा के मोबाइल फोन में मिले चैट से इस बात की पुष्टि हुई है कि उधम से उसकी कहासुनी हुई थी। बताया जा रहा है कि शादी की बात को लेकर दोनों ने लंबी चैटिंग की थी। मनीषा ने वाट्सएप पर लिखा था कि 'वह शादी करना चाहती है' इसपर उधम ने पूछा था किससे? जवाब में मनीषा ने लिखा था ...जिससे प्यार करती हूं उसी से। इसके बाद उधम ने दीवाली में घर जाकर इस बारे में परिवारीजन से बात कर निर्णय लेने को कहा था। पुलिस का कहना है कि मनीषा के फोन में वॉयस रिकॉर्डिंग नहीं है। मनीषा ने उधम से फोन पर बात करने के बाद ही खुद को बेहोशी का इंजेक्शन लगाया था। उधम से पूछताछ के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर दोनों में किस बात को लेकर विवाद हुआ था।
पुलिस उधम सिंह के मोबाइल फोन को कब्जे में लेकर छानबीन करेगी। संभावना जताई जा रही है आरोपित डॉक्टर के मोबाइल फोन से पुलिस को कुछ अहम साक्ष्य मिल सकेंगे। हालांकि कुछ लोगों ने मोबाइल फोन से छेड़छाड़ और साक्ष्य मिटाने की आशंका भी जताई है।
परिवारीजन ने मांगी फुटेज
डॉ. मनीषा के घरवालों ने पुलिस से बुद्धा हॉस्टल में लगे सीसी कैमरों की फुटेज उपलब्ध कराने की मांग की है। घरवालों का कहना है कि फुटेज देखकर वह पुष्टि करेंगे कि मनीषा के कमरे में कोई और तो दाखिल नहीं हुआ था। पीडि़त परिवार ने इस प्रकरण को लेकर संदेह जताते हुए आरोपित के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से नाराजगी जाहिर की है।