Stone Treatment in KGMU: पथरी के इलाज में मशीन बताएगी परहेज, दोबारा नहीं होगी समस्या
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में पथरी के सटीक इलाज के लिए स्टोन एनालिसिस मशीन लगाई गई है। इससे उन मरीजों को फायदा होगा जिनमें गुर्दे गाल ब्लेडर समेत दूसरे अंगों में पथरी के 25 से 30 फीसद मामलों में आपरेशन के बाद फिर समस्या हो जाती है।
लखनऊ, जागरणा संवाददाता। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में पथरी के सटीक इलाज के लिए यूरोलाजी विभाग में स्टोन एनालिसिस मशीन स्थापित की गई है। इस मशीन से पथरी के अव्यय के आधार पर मरीज के खानपान में बदलाव तय किए जा सकेंगे। इससे दोबारा पथरी होने की आशंका घट जाएगी।
केजीएमयू के सीएमएस और यूरोलाजी विभाग के अध्यक्ष डा. एसएन शंखवार ने बताया कि पथरी कई प्रकार के रसायन और अव्ययों से बनती हैं। गुर्दे, गाल ब्लेडर समेत दूसरे अंगों में पथरी के 25 से 30 फीसद मामलों में आपरेशन के बाद कुछ वर्षों में दोबारा पथरी की समस्या हो जाती है। इस समस्या से मराजों को पहले से ही बचाने के लिए विभाग में 60 लाख रुपये की स्टोन एनालिसिस मशीन स्थापित की गई है।
इस मशीन से सर्जरी के बाद शरीर से निकाली गई पथरी की जांच कर उसके अव्ययों का पता लगाया जा सकता है। इससे मरीज के खानपान में बदलाव किया जा सकता है। परहेज से पथरी के बनने का खतरा 60 से 70 फीसदी तक कम हो जाएगा। स्टोन एनालिसिस मशीन स्थापित की गई है।
यूरोलाजी विभाग में डेढ़ साल से मशीन खराब पड़ी लिथोट्रिप्सी की नई मशीन भी लग गई है। इससे गुर्दे की पथरी का इलाज लेजर तकनीक से बिना चीरा टांका इलाज संभव हो गया है। अब तक मरीजों को जांच के लिए निजी डायग्नोस्टिक सेंटर तक दौड़ लगानी पड़ रही थी।
लोकबंधु अस्पताल में हर घर तिरंगा अभियान की अनूठी पहल : आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक सभी आह्वान कर रहे हैं और इसे लेकर तरह तरह के अभियान भी चलाए जा रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस पर लोकबंधु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय में मरीजों में देशभक्ति का जज्बा जगाने के लिए एक अनूठी पहल की जा रही है।
ओपीडी के पर्चे पर आजादी के अमृत महोत्सव की मुहर और तिरंगा लगाया जा रहा है। लोकबंधु अस्पताल में रोजाना 1700 से दो हजार मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत अस्पताल में पंजीकरण के बाद मुहर लगाई जा रही है। इसमें मरीजों से 11 अगस्त से 17 अगस्त तक अपने अपने घरों के बाहर ध्वज फहराने का अनुरोध किया जा रहा है। अस्पताल में लगे स्पीकर के माध्यम से देशभक्ति के गानों से भी मरीजों और तीमारदारों के अंदर देशभक्ति का जज्बा कायम रखने की कोशिश की जा रही है।
अस्पताल के निदेशक डा. दीपा त्यागी के अनुसार हर कोई स्वतंत्रता दिवस को यादगार बनाने के लिए अपने अपने प्रयास कर रहा है। इस कड़ी में हमने अपने अस्पताल के कर्मचारियों को तिरंगा वितरित किया है। साथ ही बीते एक सप्ताह से ओपीडी में आ रहे हर मरीज के के पर्चे पर तिरंगे का स्टीकर चिपकाया जा रहा है। इन सब के जरिए हम लोगों में स्वतंत्रता दिवस की अहमियत बताने की कोशिश कर रहे हैं।