लॉ पेपर लीक केस : वायरल Audio में है लविवि के पूर्व VC सहित सात की आवाज, STF ने सौंपी रिपोर्ट
लखनऊ एसटीएफ ने अपनी जांच रिपोर्ट आइजी एसटीएफ को सौंप दी है। हसनगंज पुलिस विवेचना करेगी ऑडियो की हो सकती है जांच।
लखनऊ, जेएनएन। लविवि के लॉ का पेपर लीक करने के मामले में वायरल ऑडियो की आवाज प्रोफेसरों, लविवि के पूर्व वीसी और आरोपी ऋचा मिश्रा की ही है। एसटीएफ ने मंगलवार को अपनी जांच रिपोर्ट आइजी एसटीएफ को सौंप दी है। रिपोर्ट में माना गया है कि लविवि के लॉ का पेपर लीक हुआ था। अब रिपोर्ट के आधार पर हसनगंज पुलिस अपनी विवेचना करेगी। कोर्ट की अनुमति के बाद वायरल ऑडियो में शामिल लोगों की आवाज के नमूने फारेंसिक जांच को भेजे जा सकते हैं।
लविवि के कुछ प्रोफेसरों और पूर्व वीसी एसके शुक्ल की आरोपी ऋचा मिश्रा से मोबाइल फोन पर लॉ के पेपर को लेकर बातचीत हुई थी। इनकी बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। जिसके बाद शासन ने जांच एसटीएफ को सौंपी थी। एसटीएफ इसकी जांच कर रही थी कि ऑडियो में शामिल आवाज सही है या नहीं। साथ ही पेपर लीक को लेकर भी जांच की गई। एसटीएफ ने लविवि के पूर्व वीसी एसके शुक्ल, आरोपी ऋचा मिश्रा, शेखर अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ. आमोद कुमार सचान, परीक्षा नियंत्रक डॉ. एके मिश्र, विधि संकाय के शिक्षक प्रो. अशोक सोनकर, प्रो. सतीश पांडेय, प्रो. आरके सिंह, शिक्षक सीपी सिंह, सिटी लॉ कॉलेज के प्रबंधक विजय सहित 32 लोगों के बयान दर्ज किए थे। एसटीएफ ने सिटी लॉ कॉलेज परीक्षा केंद्र का डीवीआर जब्त कर सीसी कैमरों फुटेज की पड़ताल की थी। एसटीएफ ने बयानों और साक्ष्यों के आधार पर 36 पेज की रिपोर्ट बनाई है।
इसका है रिपोर्ट में जिक्र
- एसटीएफ ने रिपोर्ट में माना कि लविवि के पूर्व वीसी प्रो. एसके शुक्ल, ऋचा मिश्रा, प्रो. सोनकर, प्रो. सतीश पांडेय और प्रो. आरके सिंह सहित सात लोगों की वायरल आडियो में आवाज सही है।
- लविवि के लॉ का पेपर फोन पर बताया गया है। पेपर लीक हुआ है।
- लविवि के पूर्व कुलपति और प्रोफसरों से लगातार संपर्क में थी ऋचा मिश्रा।
- सभी आरोप बयान में अपनी आवाज की बात से मुकरे लेकिन आपस में परिचय होने की बात नहीं नकार सके।
- मोबाइल कॉल डिटेल में दोनों ओर से कई बार फोन किए जाने की पुष्टि।