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ठाकुरगंज, पारा और ऐशबाग में बन रही थी नकली खाद, एसटीएफ ने मारा छापा

10 हजार से अधिक नकली पोटाश की बोरियां बरामद।रेत, मौरंग और सब्जी के दाने मिलाकर खाद तैयार करते थे।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 09:57 AM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 09:57 AM (IST)
ठाकुरगंज, पारा और ऐशबाग में बन रही थी नकली खाद, एसटीएफ ने मारा छापा
ठाकुरगंज, पारा और ऐशबाग में बन रही थी नकली खाद, एसटीएफ ने मारा छापा

लखनऊ, जेएनएन। एसटीएफ ने पारा, ठाकुरगंज और ऐशबाग में छापेमारी कर सोमवार रात नकली खाद बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। एसटीएफ के मुताबिक ठाकुरगंज में कटाई मिल के पास एक गोदाम में 1500 से अधिक नकली पोटाश की बोरियों बरामद की गईं हैं।

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बरामद बोरियों पर इंडियन पोटाश लिमिटेड की कूटरचित मार्किंग की गई थी। वहीं पारा और ऐशबाग के भूसा मंडी तिराहे के पास गोदाम से करीब नौ हजार से अधिक नकली पोटाश की बोरियां कब्जे में ली गईं हैं। इन बोरियों पर भी इंडियन पोटाश की फर्जी मार्किंग की गई है। एसटीएफ ने तीनों जगह से कई लोगों को हिरासत में लिया है। एसटीएफ का कहना है कि सभी गोदाम कटाई मिल के पास बुक स्टोर चलाने वाले अरविंद के हैं। गोदाम से चंबल फर्टीलाइजर और इस्को कंपनी की भी खाली बोरियां बरामद की गई हैं। इस्को कंपनी सरकारी है। इस खुलासे से सरकारी खाद की कालाबाजारी का भी मामला उजागर हुआ है। एसटीएफ अरविंद की तलाश में दबिश दे रही है।

रेत मिलाकर बनाते थे खाद

हिरासत में लिए गए कर्मचारियों ने पूछताछ में बताया है कि वह रेत, मौरंग और सब्जी के दाने मिलाकर खाद तैयार करते थे। पोटाश के रंग के पत्थर और अन्य सामग्री भी खाद में मिलाई जाती थी। आरोपित आसपास के जिलों में इसकी सप्लाई वर्षों से कर रहे थे। सूत्रों का कहना है कि इस काले कारोबार की जानकारी के बावजूद संबंधित विभाग के अफसर चुप्पी साधे थे। देर रात तक एसटीएफ की कार्रवाई जारी रही।


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