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नेपाल से तस्करी कर ला रहे थे भारी मात्रा में चरस, चार गिरफ्तार

एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली थी कि तीन तस्कर मादक पदार्थ की खेप लेकर पॉलीटेक्निक चौराहे से शामली जाने वाले हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 20 Dec 2018 10:04 PM (IST)Updated: Fri, 21 Dec 2018 09:56 AM (IST)
नेपाल से तस्करी कर ला रहे थे भारी मात्रा में चरस, चार गिरफ्तार
नेपाल से तस्करी कर ला रहे थे भारी मात्रा में चरस, चार गिरफ्तार

लखनऊ, जेएनएन। एसटीएफ ने चार तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 40 किलो चरस बरामद की है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत डेढ़ करोड़ के करीब है। एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह के मुताबिक पकड़े गए तस्करों में गोंडा निवासी मंगरू कोरी, मानू राजपूत, श्याम मनोहर व तुलसी राम हैं। तस्करों के कब्जे से पांच हजार रुपये, छह सिमकार्ड व चार मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं।

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नानपारा नेपाल बॉर्डर से गोंडा के रास्ते तीनों तस्कर पॉलीटेक्निक चौराहे पर पहुंचे थे। एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली कि तीनों तस्कर मादक पदार्थ की खेप लेकर पॉलीटेक्निक चौराहे से शामली झींझान जाने वाले हैं। सूचना पर एसटीएफ की टीम एनसीबी के अधिकारियों को साथ लेकर चौराहे के पास पहुंची। थोड़ी देर बाद चार व्यक्ति पीठ पर बैग लेकर आते दिखे। जिन्हें मुखबिर द्वारा देखकर बताया कि यही चारों तस्कर हैं। घेराबंदी करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

पकड़े गए तस्करों ने बताया कि चरस नानपारा, बहराइच के गुरु प्रसाद मौर्या के द्वारा रिश्तेदार पवन कोरी व अर्जुन के माध्यम से उन तक पहुंचती थी। चरस नेपाल से नानपारा के रास्ते लाकर उन्हें देते थे। इसके बाद चरस शामली के झिंझाना में डॉक्टर उर्फ  फु रकान को देते थे। इसके बदले तस्करों को 500 से 1000 प्रति किग्रा की दर से पहुंचाने का भुगतान पवन कोरी व गुरु प्रसाद मौर्या करते थे। चरस को नेपाल से 12,000 से 15,000 में खरीद कर देते थे, जिन्हें फुरकान उर्फ  डॉक्टर को 25 से तीन हजार रुपये प्रति किग्रा के हिसाब से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ पंजाब, दिल्ली समेत अन्य स्थानों पर भी सप्लाई की जाती थी।


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