शहर के रुके 4 प्रोजेक्ट को सेना की क्लीयरेंस, सुगम होगा यातायात
कुकरैल ओवरब्रिज निर्माण। तेलीबाग में हाईवे चौड़ीकरण को हरी झडी।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। शहर में लखनऊ-इलाहाबाद नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण, कुकरैल बंधे और पिपराघाट में ओवरब्रिज बनाने सहित पाच प्रोजेक्टों को पूरा करने के लिए सेना ने अपनी मौखिक सहमति दे दी है। हालाकि क्लीयरेंस देने की औपचारिक घोषणा 20 मार्च को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ होने वाली सेना की सिविल मिलिट्री लाइजन काफ्रेंस में होगी। लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता पवन वर्मा ने बताया कि सेना की ओर से मौखिक सहमति मिल गई है और रविवार यानी 18 मार्च से कुकरैल बंधा ओवरब्रिज का काम शुरू कर दिया है।
शहर के पाच महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों में आड़े आ रही सेना की जमीन को दूर करने के लिए शासन और सेना के अधिकारियों के बीच पिछले कई साल से विवाद था। इन पाच महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों में सेना की 14.07 एकड़ जमीन आ रही है। गोमती बैराज से रिंग रोड पर खुर्रमनगर तक ओवरब्रिज के निर्माण के लिए सेना की खुर्रमनगर और ट्रासगोमती रेंज की 9.55 एकड़ जमीन आ रही है। जबकि सीमैप इंस्टीट्यूट के पास नाले के ऊपर पुलिया के निर्माण में 0.25 एकड़ और दिलकुशा से जनेश्वर मिश्र पार्क के बीच पिपराघाट में पुल के निर्माण में 3.77 एकड़ जमीन जबकि तेलीबाग में चार लेन सड़क के निर्माण में 0.41 एकड़ जमीन सेना की आ रही है।
नहीं हुआ जमीन पर निर्णय
सेना को जमीन के बदले जमीन या फिर उतनी कीमत देने के मामले का समाधान फिलहाल नहीं हुआ है। सेना को सहारनपुर में आसन रेंज के पास कुछ जमीन मिलेगी, लेकिन उसके बाद सेना को कहा पर जमीन दी जाएगी इसे लेकर निर्णय नहीं हो सका है।
अटके थे ये निर्माण
लखनऊ-इलाहाबाद नेशनल हाईवे का चौड़ीकरण, कुकरैल बंधा और पिपराघाट पर ओवरब्रिज, सीमैप इंस्टीट्यूट के पास नाले के ऊपर पुलिया का निर्माण।
सुगम होगा यातायात
तेलीबाग में चार लेन के निर्माण के बाद रायबरेली रोड पर जाम की समस्या नहीं रहेगी। जबकि कुकरैल ओवरब्रिज बनने से फैजाबाद रोड से गोमतीनगर जाने के लिए दूरी कम हो जाएगी। पिपराघाट पुल बनने के बाद गोमतीनगर के लोगों को रायबरेली रोड या कैंट की तरफ आने के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।