Move to Jagran APP

झप्पी और आंखों के इशारे से लोकसभा की मर्यादा को पहुंची ठेस : रामगोपाल

विपक्ष जानता था कि सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास होना मुश्किल फिर भी जनता के सामने सच्चाई लाना आवश्यक था।

By Nawal MishraEdited By: Published: Sat, 21 Jul 2018 10:52 PM (IST)Updated: Sun, 22 Jul 2018 07:49 AM (IST)
झप्पी और आंखों के इशारे से लोकसभा की मर्यादा को पहुंची ठेस : रामगोपाल
झप्पी और आंखों के इशारे से लोकसभा की मर्यादा को पहुंची ठेस : रामगोपाल

लखनऊ (जेएनएन)। विपक्ष जानता था कि सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास होना मुश्किल फिर भी जनता के सामने सच्चाई लाना आवश्यक था। अंकों का गणित उनके पक्ष में नहीं था। लोकसभा के माइक व कैमरे सत्ता पक्ष के नेताओं पर रहे। विपक्ष के माइक के वाल्यूम बंद रहे। इस सबके बावजूद सपा की नजर में सदन में झप्पी और आंखों के इशारे से लोकसभा की मर्यादा को ठेस पहुंची है। सत्तापक्ष कहने लगा है कि कांग्र्रेस अध्यक्ष संसद में प्रधानमंत्री से गले मिलने नहीं बल्कि उनके गले पड़ने गए थे। 

loksabha election banner

पीएम से गले मिले नहीं गले पड़े राहुल : साक्षी

विरोधी दलों को पता था कि अंकों का गणित उनके पक्ष में नहीं है। इसके बाद भी वह तमाशा करने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए। उन्नाव सांसद साक्षी महाराज पत्रकारों से बातचीत में शनिवार को कहा कि राहुल ने जो किया उससे पूरे देश ही नहीं बल्कि जग हंसाई हुई है। शुक्रवार को राहुल ने जो किया उससे यह सिद्ध हो गया है कि वह पप्पू ही हैं। उन्होंने कहा कि राम मंदिर करोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रश्न है। 2019 के चुनाव में जाने से पहले मंदिर निर्माण प्रारंभ शुरू कराया जाएगा। 

विपक्षी दलों के माइक का वाल्यूम बंद: रामगोपाल 

महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने लोकसभा में पेश अविश्वास प्रस्ताव पर कहा कि विपक्ष जानता था कि सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास होना मुश्किल है। बावजूद देश की जनता के समक्ष सरकार की सच्चाई लाने का प्रयास किया गया लेकिन लोकसभा के माइक व कैमरे सत्ता पक्ष के नेताओं पर ही रहे। फतेहपुर में रामगोपाल ने आरोप लगाया कि जानबूझ कर विपक्षी दलों के नेताओं के माइक का वाल्यूम बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि देश में बदलाव की बयार चलने लगी है। आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा उप्र में तो हारेगी ही, मोदी अपनी बनारस की सीट तक नहीं बचा पाएंगे। उप्र में गठबंधन का निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष कर चुके हैं, पार्टी उप्र के बाहर भी गठबंधन के आधार पर चुनाव लड़ेगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.