यूपी बजट पर मायावती बोलीं, केवल संगम स्नान से पाप नहीं धुलते, साल भर किया काम ही महत्त्वपूर्ण
बसपा प्रमुख मायावती ने यूपी विधानसभा में पेश बजट पर कहा कि केवल संगम स्नान से पाप नहीं धुलते। साल भर का किया गया काम ही आमजनता के लिए महत्त्वपूर्ण होता है।
लखनऊ, जेएनएन। बसपा प्रमुख मायावती ने यूपी विधानसभा में पेश बजट पर कहा कि केवल संगम स्नान से पाप नहीं धुलते। साल भर का किया गया काम ही आमजनता के लिए महत्त्वपूर्ण होता है। इन मामलों में केंद्र और खासकर उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है। उल्लेखनीय है कि आज योगी आदित्यनाथ सरकार ने चार लाख, 79 हजार 701 करोड़, दस लाख रुपया का अपना तीसरा बजट पेश किया है। यह पिछले वर्ष 2018-2019 के बजट के सापेक्ष 12 प्रतिशत अधिक है। इस बार के बजट में 21 हजार 212 करोड़ 95 लाख रुपये (21,212.95 करोड़ रुपया) की नई योजनाएं सम्मिलित हैं। योगी की मौजूदगी में वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2019-20 बजट पेश किया।
चुनावी वर्ष में बीजेपी सरकारों का बजट चाहे कितना भी लुभावना क्यों ना हो, वास्तव में सरकार का साल भर का जनहित व जनकल्याण एवं अपराध नियंत्रण व कानून -व्यवस्था का काम ही आमजनता के लिये महत्त्वपूर्ण होता है
— Mayawati (@SushriMayawati) February 7, 2019
दरअसल, योगी सरकार ने बजट में हिंदू तीर्थस्थलों के लिए भी योगी ने खजाना खोला है। ऐसे ने मायावती ने इसकी तुलना संगम स्नान से की और चुनावी बजट करार दिया। उन्होंने कहा कि चुनावी वर्ष में भाजपा सरकारों बजट चाहे जितना लुभावना हो, वास्तव में सरकार का साल भर का जनहित, जनकल्याण, अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था पर किया गया काम ही जनता को लुभा सकता है। योगी सरकार इस कार्य में विफल है। जनता बहुत होशियार है और सब जानती-समझती है।