अयोध्या, काशी और मथुरा की सुरक्षा करेगी स्टेट सिक्योरिटी फोर्स
अयोध्या, काशी, मथुरा और प्रमुख धार्मिक स्थलों, डैम, पॉवर प्लांट सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा को एसएसएफ (स्टेट सिक्योरिटी फोर्स) बनेगा।
लखनऊ (जेएनएन)। अयोध्या, काशी व मथुरा सहित अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों, डैम, पॉवर प्लांट सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा के लिए अब प्रदेश में एसएसएफ (स्टेट सिक्योरिटी फोर्स) का गठन होगा। सीआइएसएफ की तर्ज पर एसएसएफ को तैयार कर अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी दी जाएंगी। उत्तर प्रदेश में एसटीएफ व एटीएस के गठन के बाद सुरक्षा-व्यवस्था के लिहाज से एसएसएफ का गठन एक और बड़ा कदम होगा। डीजीपी सुलखान सिंह के नेतृत्व में इसका प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, जिस पर बुधवार को गहन विचार-विमर्श भी हुआ। एसएसएफ का प्रयोग प्रदेश के निजी उद्यमों को सुरक्षा मुहैया कराने की भी तैयारी है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी के बीच प्रमुख स्थलों की सुरक्षा के लिए पुलिस अब विशेष बंदोबस्त करने की ओर कदम बढ़ा रही है। खासकर खुफिया तंत्र जिन स्थलों को लेकर आतंकी व अन्य खतरों के संकेत देता रहता है, उन स्थानों पर एसएसएफ को तैनात करने की तैयारी है। डीजीपी की अध्यक्षता में हुई बैठक में एडीजी कानून-व्यवस्था आनन्द कुमार, एडीजी सुरक्षा बिजय कुमार, सुरक्षा मुख्यालय के अन्य अधिकारी मौजूद थे।
जल्द भेजा जाएगा प्रस्ताव
एडीजी कानून-व्यवस्था ने बताया कि सुरक्षा मुख्यालय ने एसएसएफ के गठन का प्रस्ताव तैयार कर रहा है, जिस पर गहन विचार-विमर्श हुआ। जल्द प्रस्ताव तैयार कर उसे शासन को भेजा जाएगा। प्रमुख धार्मिक स्थलों के अलावा, डैम, पॉवर प्लांट, मेट्रो स्टेशनों, एक्सप्रेस-वे सहित अन्य संवेदनशील स्थलों के अलावा निजी इंडस्ट्रीज में भी एसएसएफ की तैनाती का प्रस्ताव है। निजी क्षेत्र को सुरक्षा-व्यवस्था का भुगतान करना होगा। एडीजी ने बताया कि पुलिस व पीएसी से जवानों को एसएसएफ में लिए जाने के प्रस्ताव के साथ ही नई भर्ती पर भी विचार किया जा रहा है। शुरुआती चरण में एसएसएफ के गठन को लेकर विचार किया गया। अगले चरण में एसएसएफ के नियतन से लेकर जवानों की ट्रनिंग, मुख्यालय व प्रशासनिक भवन सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार-विमर्श होगा।
एटीएस में 350 पद बढ़ाने का प्रस्ताव
एटीएस में करीब 350 पद बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसे जल्द डीजीपी मुख्यालय के जरिए शासन को भेजा जाएगा। प्रस्ताव में एटीएस में डीआइजी के रिक्त पद को भरे जाने सहित एएसपी, सीओ, इंस्पेक्टर सहित अन्य पदों को बढ़ाए जाने की मांग की गई है। बताया गया कि वर्तमान में एटीएस में करीब 250 पुलिस अधिकारी/पुलिसकर्मी तैनात हैं। एटीएफ में एएसपी, सीओ व इंस्पेक्टर के कई पद खाली भी चल रहे हैं।