रबी की बोवाई के पहले एनपीके खाद के दाम में इजाफा, राज्य विपणन प्रबंधक इफको ने तय किया मूल्य
कृषि विभाग प्रदेश में रबी फसलों की बोवाई शुरू होने से पहले ही खाद व बीज आदि का आवंटन कर चुका है जिलों में मांग के अनुसार उसकी आपूर्ति होगी। साधन सहकार ...और पढ़ें

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। रबी फसलों की बोवाई शुरू हो रही है। राज्य विपणन प्रबंधक इफको ने एनपीके खाद का दाम तय कर दिया है। किसानों को 50 किलोग्राम का बैग अब 1150 रुपये में मिलेगा, ये दाम पिछले वर्ष की अपेक्षा 100 रुपये अधिक है। सहकारिता विभाग के आयुक्त ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। घोषित दाम एक अक्टूबर से ही प्रभावी रहेंगे।
कृषि विभाग प्रदेश में रबी फसलों की बोवाई शुरू होने से पहले ही खाद व बीज आदि का आवंटन कर चुका है जिलों में मांग के अनुसार उसकी आपूर्ति होगी। साधन सहकारी समितियों, कृषि केंद्रों व बाजार में कई तरह की खादें उपलब्ध हैं। इनमें एनपीके की दानेदार खाद का इस्तेमाल पौधों के विकास व मजबूती के लिए किया जाता है। एनपीके खाद भी बाजार में कई नामों से उपलब्ध है। उनमें एनपीके 20-20-0-13 का दाम तय किया गया है। इस खाद में नाइट्रोजन, फास्फोरस व सल्फर है, जबकि पोटैशियम नहीं है। कृषि विभाग का कहना है कि इस खाद का प्रयोग दलहनी व तिलहनी फसलों में किया जाता है। किसानों को फुटकर बिक्री के लिए 50 किलोग्राम का बैग 1150 रुपये में मिलेगा।
सहकारिता के एडिशनल रजिस्ट्रार क्रय-विक्रय कृपाशंकर यादव ने बताया कि पिछले साल इस खाद का दाम 1050 रुपये था और इस साल 100 रुपये दाम बढ़ाए गए हैं। उन्होंने बताया कि डीएपी का 50 किलोग्राम का बैग 1200 व एनपीके 20-32-16 का दाम 1185 रुपये तय है। अब खादों के दाम लगभग एक जैसे हो गए हैं। आयुक्त सहकारिता बीएल मीणा ने जारी आदेश में लिखा है कि सहकारी समितियों का मार्जिन यथावत है, उन्हें पिछले साल की तरह 480 रुपये प्रति मीट्रिक टन मिलेगा। उन्होंने निर्देश दिया है कि दाम एक अक्टूबर से ही प्रभावी होंगे और समितियों व भंडारगृहों के स्टाक में रखी खाद पुरानी दरों पर ही बेची जाए।

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