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वाराणसी हादसाः यूपी राज्य सेतु निगम के एमडी राजन मित्तल हटाये गये, जेके श्रीवास्तव नए प्रबंध निदेशक

भाजपा सरकार ने उन्हें इस अहम पद के साथ ही राजकीय निर्माण निगम के एमडी की भी जिम्मेदारी दे रखी थी। राजन पहले भी आरोपों के घेरे में रहे हैं।

By Ashish MishraEdited By: Published: Thu, 17 May 2018 06:02 PM (IST)Updated: Fri, 18 May 2018 08:46 AM (IST)
वाराणसी हादसाः यूपी राज्य सेतु निगम के एमडी राजन मित्तल हटाये गये, जेके श्रीवास्तव नए प्रबंध निदेशक
वाराणसी हादसाः यूपी राज्य सेतु निगम के एमडी राजन मित्तल हटाये गये, जेके श्रीवास्तव नए प्रबंध निदेशक

लखनऊ (जेएनएन)।  वाराणसी के फ्लाईओवर हादसे में सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के प्रबंध निदेशक राजन मित्तल को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव को कार्यभार सौंप दिया है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव अभी तक लोक निर्माण विभाग में मुख्य अभियंता सिविल के पद पर तैनात थे।

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हादसे की जांच करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कृषि उत्पादन आयुक्त राजप्रताप सिंह की अध्यक्षता में गठित उच्चस्तरीय कमेटी की रिपोर्ट आने से पहले ही राजन मित्तल को सेतु निगम के प्रबंध निदेशक पद से तो हटाया गया, लेकिन उन्हें उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम (यूपीआरएनएन) के प्रबंध निदेशक जैसे अहम पद पर बनाए रखा गया है। गौरतलब है कि यूपीआरएनएन, सेतु निगम से कहीं अधिक कार्य कर रहा है। विवादों में घिरे राजन मित्तल की राज्य सेतु निगम के एमडी पद पर नियुक्ति को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं। मित्तल को हटाए जाने पर मौर्य का कहना है कि उन्हें इसलिए हटाया गया है ताकि वह जांच को प्रभावित न कर सकें और निष्पक्षता से जांच हो सके।


उल्लेखनीय है कि राजन सपा सरकार में भी सेतु निगम में एमडी बनाए गए थे। पूर्व लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव के खास माने जाने वाले राजन मित्तल के खिलाफ तब भी शिकायतें आती रही थीं। इसी कारण तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें इस पद से हटाया था। भाजपा सरकार बनने के बाद उन्हें आगरा से झांसी स्थानांतरित किया गया था, लेकिन इसे रद करते हुए प्रतिनियुक्ति पर उन्हें दोबारा तैनाती दी गई।

तब उनकी नियुक्ति को लेकर सवाल उठाए गए थे, लेकिन लगभग एक माह पहले ही उन्हें राजकीय निर्माण निगम के एमडी का पदभार दिया गया। हालांकि राजन मित्तल अपने खिलाफ लगे आरोपों को निराधार बताते रहे हैं। उल्लेखनीय है हादसे के बाद वाराणसी पहुंचे उप मुख्यमंत्री मौर्य सेतु निगम के चार अभियंताओं को निलंबित भी कर चुके हैं।

मौतों की संख्या पर भी उलझे
राजन मित्तल हादसे में मौतों की संख्या को लेकर भी विवाद में घिरे थे। बुधवार को बतौर एमडी जारी किए पत्र में राजन मित्तल ने दुर्घटना में 18 मौतें होने का हवाला दिया था जबकि हादसे के बाद घटना स्थल पर गए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 मौतें होने की जानकारी दी थी। इस पत्र की प्रतिलिपि प्रेषित करने के लिए प्रोटोकॉल में गड़बड़ी भी वह कर बैठे। हादसे के शिकार लोगों के परिवारीजन को सेतु निगम के कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने के निमित्त लिखे पत्र की प्रतिलिपि का क्रम गड़बड़ा देना भी मुद््दा बना। उप मुख्यमंत्री से पहले प्रमुख सचिव का नाम अंकित कर देना भी चर्चा में रहा।

निलंबित चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर की जगह एके श्रीवास्तव 

इस बीच शासन ने निलंबित चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर एससी तिवारी के स्थान पर एके श्रीवास्तव तथा निलंबित प्रोजेक्ट मैनेजर केआर सूद के स्थान पर संजीव गुप्ता की तैनाती की है। उन्हें तत्काल अपना कार्यभार ग्रहण करने के आदेश दिए गए हैं। 


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