लखीमपुर में पेट्रोलिंग पर निकले एसएसबी दारोगा की हत्या
भारत-नेपाल सीमा के पास के जिलों में कड़ी चौकसी है लेकिन अवांछनीय तत्वों के हौसले बुलंद हैं। लखीमपुर में सुबह गश्त पर निकले 39वीं वाहिनी एसएसबी के दारोगा की अज्ञात लोगों ने ईंट-पत्थरों से हमला कर हत्या कर दी।
लखनऊ। पठानकोट में आंतकी हमले की घटना के बाद भारत-नेपाल सीमा के पास के जिलों में चौकसी बढ़ा दी गई है, लेकिन अवांछनीय तत्वों के हौसले बुलंद हैं। लखीमपुर में सुबह गश्त पर निकले 39वीं वाहिनी एसएसबी के दारोगा की अज्ञात लोगों ने ईंट-पत्थरों से हमला कर हत्या कर दी और शव को जंगल जाने वाले रास्ते पर फेंक दिया। दारोगा गुजरात के कच्छ का रहने वाले थे।
एसएसबी की कजरिया बीओपी चौकी में दीप सिंह सोढ़ा (48) पुत्र लक्ष्मण सिंह एसआइ के पद पर तैनात थे। सुबह करीब पांच बजे वह पेट्रोलिंग के लिए निकले, लेकिन वापस नहीं लौटे। सुबह साढ़े आठ बजे शक होने पर हेड कांस्टेबिल जनक सिंह अपनी टीम के साथ उन्हें खोजने के लिए निकले। कजरिया से आगे बनगंवा जंगल जाने वाले रास्ते पर पहुंचने के बाद दीप सिंह का शव पाया गया। सिर से खून बह रहा था। शव की स्थिति देखकर अंदाजा लगाया गया कि कुछ लोगों ने उन्हें ईंट पत्थर से मारा, लाठियां भी चलाईं। गंभीर चोटें आने की वजह से उनकी मौत हो गई। आनन फानन टीम उनका शव लेकर बीओपी चौकी पहुंची। करीब साढ़े 12 बजे पुलिस क्षेत्राधिकारी रामासरे सिंह, कप्तान अखिलेश चौरसिया भी यहां पहुंचे और पूरी जानकारी हासिल की। कमांडेंट जागीर ङ्क्षसह की तहरीर पर कोतवाली गौरीफंटा पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।