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Balrampur News: बलरामपुर में एसएसबी ने 20 क्विंटल नेपाली सुपारी से लदी डीसीएम को पकड़ा, हिरासत में दो लोग

सशस्त्र सीमा बल व पुलिस की मुस्तैदी के बाद भी भारत-नेपाल सीमा पर तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। एसएसबी गुरुंग नाका के जवानों ने इटवा चौराहा पर डीसीएम में लदी 44 बोरी नेपाली सुपारी पकड़ी है। 20 क्विंटल नेपाली सुपारी की कीमत करीब 22 लाख रुपये है।

By Vrinda SrivastavaEdited By: Published: Sat, 02 Jul 2022 01:38 PM (IST)Updated: Sat, 02 Jul 2022 01:38 PM (IST)
Balrampur News: बलरामपुर में एसएसबी ने 20 क्विंटल नेपाली सुपारी से लदी डीसीएम को पकड़ा, हिरासत में दो लोग
बलरामपुर में एसएसबी ने 20 क्विंटल नेपाली सुपारी के साथ दो को पकड़ा।

बलरामपुर, संवादसूत्र। सशस्त्र सीमा बल व पुलिस की मुस्तैदी के बाद भी भारत-नेपाल सीमा पर तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। यदा-कदा एसएसबी जवान नेपाली सुपारी व मादक सामग्री पकड़कर तस्करी पर अपनी पीठ थपथपा लेते हैं। शुक्रवार की देर रात एसएसबी गुरुंग नाका के जवानों ने इटवा चौराहा पर डीसीएम में लदी 44 बोरी नेपाली सुपारी पकड़ी है। 20 क्विंटल नेपाली सुपारी की कीमत करीब 22 लाख रुपये है।

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पकड़ी गई नेपाली सुपारी को वाहन समेत कस्टम कार्यालय बढ़नी सिद्धार्थनगर के सिपुर्द कर दिया गया है। सुपारी के साथ उन्नाव निवासी मोनू व सिद्धार्थनगर निवासी सतेंद्र अग्रहरि को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

एसएसबी निरीक्षक मानिक चंद सरकार के नेतृत्व में जवानों मुखबिर की सूचना पर गैंसडी की ओर से आ रही डीसीएम को इटवा चौराहा पर रोक लिया। तलाशी लेने पर डीसीएम में 44 बोरा नेपाली सुपारी बरामद की। इसकी कीमत करीब 22 लाख रुपये बताई जा रही है।

एसएसबी जवानों ने डीसीएम पर सवार मोनू व सतेंद्र अग्रहरि को हिरासत में ले लिया है। एसएसबी के सूचना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह ने कस्टम कार्यालय जरवा के अधिकारी को सूचना दी। जरवा में कस्टम कार्यालय बंद होने की जानकारी मिली। इस पर नेपाली सुपारी को कस्टम कार्यालय बढ़नी सिद्धार्थनगर के सिपुर्द कर दिया गया है। एसएसबी टीम में एसआइ संगतुल सिंह, हेड कांस्टेबल संजय पासवान, उमेश कुमार सिंह, हंगी रूपेश, मदन कुमार, विनोद कुमार व धर्मेंद्र सिंह शामिल रहे।

कस्टम कार्यालय में ताला : भारत-नेपाल सीमा पर तस्कर सक्रिय हैं। नेपाली शराब, सुपारी, यूरिया आदि वस्तुओं की तस्करी धड़ल्ले से की जा रही है। अक्सर एसएसबी तस्करों को सामान के साथ पकड़ती भी है, लेकिन कस्टम कार्यालय जरवा में हमेशा ताला लटका रहता है। इससे न सिर्फ राजस्व को चपत लग रही है, बल्कि तस्करों में भय नहीं रह गया है।


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