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CoronaVirus : डिसइंफेक्टेड टनल शरीर में बढ़ा रही जलन, सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव घातक

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करके इसके इस्तेमाल से मना किया।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 22 Apr 2020 12:43 PM (IST)Updated: Wed, 22 Apr 2020 05:09 PM (IST)
CoronaVirus : डिसइंफेक्टेड टनल शरीर में बढ़ा रही जलन, सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव घातक
CoronaVirus : डिसइंफेक्टेड टनल शरीर में बढ़ा रही जलन, सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव घातक

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना से बचाव के लिए पहले दफ्तरों के बाहर सैनिटाइजर रखा गया, मगर जहां आवागमन अधिक है वहां टनल बनने लगीं। इनसे गुजरते ही व्यक्ति पर सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव हो जाता है।

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कोरोना से बचाव के लिए इस तरह से इस्तेमाल हो रहा यह रसायन शरीर पर घातक साबित हो रहा है। इसीलिए केंद्रीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय ने इसे लेकर राज्यों का एडवाइजरी जारी की है। देश में कोरोना के मामले हर रोज बढ़ रहे हैं। लॉकडाउन के बावजूद कई लोगों को घरों से निकलना पड़ रहा है। ऐसे में बचाव के लिए हॉट स्पॉट एरिया सहित कई दफ्तरों में डिसइंफेक्टेड बूथ और डिसइंफेक्टेड टनल बनाई गई हैं।

केजीएमयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में भी टनल बनाने के लिए 10 लाख रुपये का प्रस्ताव तैयार किया गया है, मगर कई शोधों में टनल और बूथ के जरिए शरीर को विसंक्रमित करने का दावा गलत ठहराया गया है। इसमें मौजूद सोडियम हाइपोक्लोरोइट शरीर को वायरस मुक्त करने के बजाए नुकसान पहुंचा रहा है। लिहाजा, 18 अप्रैल को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यों को एडवाइजरी जारी की। इसमें किसी व्यक्ति पर सोडियम हाइपोक्लोराइट का स्प्रे करने से मना किया गया है। साथ ही रसायन का इस्तेमाल सतह या क्षेत्र को विसंक्रमित करने के लिए ही कहा गया है।

शरीर की क्या बिसात, मेटल भी हो जाता खराब

लोहिया आयुिर्वज्ञान संस्थान के माइक्रो बॉयोलॉजिस्ट डॉ. मनोदीप सेन के मुताबिक, सोडियम हाइपोक्लाराइट का प्रयोग सतह या क्षेत्र को सैनिटाइज करने के लिए करें। शरीर पर इसका छिड़काव करने का ट्रेंड गलत चल गया है। इसके स्ट्रक्चर में क्लोरीन मौजूद है। शरीर पर छिड़काव होने से यह आंख और त्वचा में जलन करती है। साथ ही सांस के जरिए अंदर पहुंचने से सांस नली और श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंचाती है। इस रसायन से मेटल भी साफ नहीं करना चाहिए। यह उसे भी खराब कर देगा।

साबुन-पानी से हाथ धोना सबसे उत्तम

डॉ. मनोदीप सेन के मुताबिक, कोरोना से बचाव के लिए हाथों को साबुन-पानी से धोना सबसे बेहतर उपाय है। वहीं, दफ्तर या यात्रा के दरम्यान सैनिटाइजर बैग में रखें। इसमें एल्कोहल की न्यूनतम मात्रा 62 फीसद तक अवश्य हो। वहीं, 70 फीसद एल्कोहल वाला सैनिटाइजर सबसे कारगर है। 


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