Defense Expo 2020: आग लगे या जाम, निकलने के होंगे खास इंतजाम Lucknow News
15 विभागों का डिजास्टर्स मैनेजमेंट का ब्लू प्रिंट तैयार। प्रशासन ने शासन को भेजा आपदा प्रबंधन प्लान।
लखनऊ, जेएनएन। पांच फरवरी से राजधानी में शुरू हो रहे डिफेंस एक्सपो में जब दुनियाभर के रक्षा विशेषज्ञों और पर्यटकों का जमावड़ा होगा तो सबसे बड़ी चुनौती आपदा प्रबंधन को लेकर होगी। किसी आपदा में वीआइपी और दूसरे लोगों को कैसे सुरक्षित निकाला जाएगा, इसके लिए भी खास प्लानिंग की जा रही है।
मेगा इवेंट में दुनियाभर की तमाम बड़ी कंपनियां और रक्षा से जुड़े विशेषज्ञ और निवेशक शिरकत करने आ रहे हैं। चार दिन तक चलने वाले डिफेंस एक्सपो में करीब चार से पांच लाख लोगों के आने की उम्मीद की जा रही है। ऐसे में आपदा प्रबंधन को लेकर प्रशासन के सामने चुनौती है। बीते दिनों साउथ ब्लॉक में रक्षा मंत्रालय के सामने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने इसको लेकर प्रजेंंटेशन दिया था, जिसके बाद आपदा प्रबंधन को लेकर होमवर्क शुरू किया गया था। गत सप्ताह डीएम अभिषेक प्रकाश ने आपदा प्रबंधन से जुड़े 15 विभागों को दस नवंबर तक पूरी प्लानिंग देने के निर्देश दिए थे। डीएम के निर्देश के बाद विभागों ने अपनी कार्ययोजना प्रशासन को सौंपी है, जिसे शासन और दूसरी संबंधित एजेंसियों को भेज दिया गया है। अपर जिलाधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता का कहना है कि किसी भी इवेेंट की सौ प्रतिशत सफलता के लिए आपदा प्रबंधन बेहद अहम पार्ट है।
परफेक्शन और रिस्पांस टाइम की परीक्षा
आपदा के दौरान स्थिति पर कैसे काबू में लाना है इसके लिए कई स्तर के प्लान बनाए गए हैं। मसलन अगर कार्यक्रम स्थल पर आग लग जाए या कहीं जाम में वीआइपी फंस जाएं तो प्लान ए फेल होने की स्थिति में प्लान बी और सी तैयार रहेंगे। इसी तरह मेडिकल, बिजली, संचार आदि के लिए एक्शन प्लान तैयार हैं। विभागों ने प्रजेंटेशन में न केवल एक्शन प्लान दिया है, बल्कि उनके पास कितना मैन पॉवर और संसाधन हैं इसका भी ब्योरा दिया। परफेक्शन और रिस्पांस टाइम पर ही आपदा प्रबंधन टिका है। ऐसे में देखना होगा कि सरकारी महकमों का आपदा प्रबंधन रक्षा मंत्रालय को कितना रास आता है।