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लखनऊ में पुलिस के विरोध पर थी कानून व्यवस्था बिगाडऩे की तैयारी

संतोष ने बताया कि यहां समाजवादी युवजन सभा से संबंधित एक भवन में करीब दो सौ से अधिक लोगों का हुजूम था। सभी ने एक साथ भोजन किया था। इनमें अधिकांश लोगों को वह नहीं पहचानता है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 14 Jan 2018 02:08 PM (IST)Updated: Sun, 14 Jan 2018 04:23 PM (IST)
लखनऊ में पुलिस के विरोध पर थी कानून व्यवस्था बिगाडऩे की तैयारी
लखनऊ में पुलिस के विरोध पर थी कानून व्यवस्था बिगाडऩे की तैयारी

लखनऊ [ज्ञान बिहारी मिश्र]। प्रदेश की राजधानी की वीआईपी सड़कों पर छह जनवरी को आलू फेंकने के दौरान अगर पुलिस का विरोध होता तो फिर कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती थी। कन्नौज से समाजवादी पार्टी के नेता बड़ी तैयारी के साथ आए थे। 

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आलू कांड में पकड़े गए पिकअप चालक संतोष पाल ने कल पुलिस की पूछताछ में कई बड़े सनसनीखेज रहस्योद्घाटन किए हैं। संतोष का कहना है कि उसे इस बात की बिल्कुल भनक नहीं थी कि आरोपित आलू लेकर लखनऊ क्यों जा रहे हैं। फरार आरोपित संदीप उर्फ रिक्की यादव ने उसे बताया था कि लखनऊ के लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर एक पार्टी के कार्यालय पर खिचड़ी भोज का आयोजन किया गया है। बकौल संतोष, सभी आरोपित असलहों से लैस थे और पुलिस के उनको पकडऩे अथवा विरोध करने पर उन्होंने यहां पर कानून व्यवस्था बिगाडऩे की तैयारी कर रखी थी। 

सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र का कहना है कि इस मामले में सात जनवरी को ही हजरतगंज कोतवाली में एफआइआर दर्ज कर ली गई थी। हजरतगंज कोतवाली में पूछताछ के दौरान संतोष ने बताया कि खराब गुणवत्ता के आलू गाड़ी में लादने पर उसने आरोपितों को टोका था और अच्छे आलू खरीदने की सलाह दी थी। इस पर आरोपितों ने उससे कहा था कि खिचड़ी भोज में हलवाई ने पुराने आलू ही खरीदने को बोला है, इससे खाने में स्वाद आएगा।

कैंट के रास्ते आया था कन्नौज से आलू

आठ पिकअप गाडिय़ों में आलू भरकर आरोपित कैंट के रास्ते शहर में दाखिल हुए थे। आरोपितों ने बताया कि उन्होंने कैंट की चुंगी पर सभी गाडिय़ों का 20-20 रुपये टैक्स भी जमा किया था। जांच के दौरान पुलिस को भी इस बात की जानकारी हुई है। हालांकि वहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। पुलिस अब यहां पर चुंगी के रजिस्टर में दर्ज गाडिय़ों के नंबर के आधार पर अन्य लोगों के बारे में पता लगा रही है। 

लगा था मेला, बंटे लंच पैकेट

कैंट के रास्ते आरोपित लालबहादुर शास्त्री मार्ग पहुंचे थे। संतोष ने बताया कि यहां समाजवादी युवजन सभा से संबंधित एक भवन में करीब दो सौ से अधिक लोगों का हुजूम था। सभी ने एक साथ भोजन किया था। इनमें अधिकांश लोगों को वह नहीं पहचानता है। वहीं, पुलिस का कहना है कि वहां मौजूद लोगों में अधिकांश स्थानीय कार्यकर्ता थे। सभी आरोपितों ने वहां भोजन किया, इसके बाद वीआइपी सड़कों पर आलू गिराने की रणनीति बनाई गई। आरोपित चालक का कहना है कि तैयारी पूरी हो जाने के बाद असलहों, चाकू, कैंची, डंडे व अन्य हथियारों से लैस होकर आरोपित निकले थे। इस बीच हर पिकप गाड़ी पर पांच से छह कार्यकताओं को बैठाया गया था, जो आलू की बोरी काटकर गिराते जा रहे थे। 

एक गाड़ी पर लदे थे करीब 50 बोरी आलू

पिकअप चालक और मालिक ठठिया कन्नौज निवासी आरोपित संतोष पाल ने बताया कि उनकी गाड़ी पर करीब 50 बोरी आलू लादे गए थे। आरोपितों ने कोल्ड स्टोरेज से तकरीबन 500 बोरी आलू खरीदे थे। चालक का कहना है कि विधान भवन के पास उसने गाड़ी धीमी कर दी थी। इसपर लग्जरी गाडिय़ों से आगे पीछे चल रहे लोगों ने उस पर असलहा तान दिया था और तेज गाड़ी चलाने को कहा था।


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