गांधी जयंती पर लखनऊ में सपा कार्यकर्ताओं ने हाथरस मामले को लेकर किया प्रदर्शन, लाठीचार्ज-तीन सौ से अधिक हिरासत में
हजरतगंज स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल पर मौन व्रत रख उत्तर प्रदेश के हाथरस व बलरामपुर कांड पर सरकार व प्रशासन की लापरवाही को लेकर आक्रोश जताया। एकजुट होकर सड़कों पर आकर नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने लाठीचार्ज कर कार्यकर्ताओं को खदेड़ा।
लखनऊ, जेएनएन। हाथरस और बलरामपुर कांड सहित कई मुद्दों को लेकर महात्मा गांधी की जयंती पर मौनव्रत रख सत्याग्रह आंदोलन करने जा रहे सपा कार्यकर्ताओं को रोक लिया गया। हजरतगंज चौराहा पर कार्यकर्ताओं के रोके जाने पर उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया। पूर्व विधायक, नगर अध्यक्ष व पूर्व जिलाध्यक्ष सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं को लाठी पड़ी। करीब 300 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनको ईको गार्डेन ले जाकर छोड़ा।
हाथरस और बलरामपुर की दरिंदगी और किसान बिल, बेरोजगारी, व्यापारी की सुरक्षा, श्रमिक, अधिवक्ताओं के मुददों को लेकर शुक्रवार को सपा को सभी जिलों में सत्याग्रह आंदोलन करना था। पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर नगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित, महासचिव सौरभ सिंह यादव, पूर्व विधायक इंदल रावत, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक यादव और पार्टी के व्यापार प्रकोष्ठ के नेता पवन मनोचा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हजरतगंज पहुंचे।
यहां पुलिस ने बैरिकेटिंग कर कार्यकर्ताओं को रोक दिया। जिससे नाराज पार्टी के कार्यकर्ता हजरतगंज चौराहा पर ही बैठ गए। इस बीच पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें करीब चार दर्जन कार्यकर्ता घायल हो गए।
पुलिस ने छात्रनेता राम सिंह राणा, पूर्व जिला महासचिव राशिद अली, राम सागर यादव, शंकरी सिंह, अजय प्रताप बिन्नो, कैंट विधानसभा प्रभारी रीतेश साहू, वीर बहादुर सिंह सहित कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
उधर कैंट विधानसभा क्षेत्र से सपा नेता प्रदीप शर्मा, शशिकांत सिंह, सुब्रत अवस्थी, सौरभ मिश्र और पवन यादव ने राष्ट्रपति को अपने रक्त से पत्र लिखकर भेजा।