सपा ने विधान परिषद में भाजपा को घेरा, नेता सदन स्वतंत्र देव बोले- चिंता न करें, श्रीलंका जैसा हाल कभी न होगा हिन्दुस्तान का
बजट सत्र के के दूसरे दिन सपा ने महंगाई के मुद्दे पर भाजपा को घेरने की कोशिश की। विधान परिषद में सपा ने कहा हि जब से भाजपा आई तब से कमर तोड़ महंगाई है। जवाब में नेता सदन ने कहा महंगाई मौसमी कारणों से है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो । प्रदेश में बढ़ती महंगाई के मुद्दे को विधान परिषद में मंगलवार को उठाते हुए सपा ने भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश की। सपा सदस्यों ने कहा कि जब से भाजपा सरकार में आई है तब से कमर तोड़ महंगाई है। श्रीलंका जैसे हालात बनते जा रहे हैं। सपा सदस्यों की चिंता को सिरे से खारिज करते हुए नेता सदन स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि श्रीलंका जैसा हाल कभी न हिन्दुस्तान का होगा और न ही उत्तर प्रदेश का।
वंशवाद के कारण श्रीलंका का यह हाल हुआ जबकि हिन्दुस्तान में राष्ट्रवाद है। सिंह ने केंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकार की तमाम उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि हमारी सरकार ने गरीबों को खुशहाली देने का काम किया है। वैश्विक संकट के दौर में भी सरकार ने मुफ्त अनाज और 100 से अधिक देशों को टीका उपलब्ध कराया। उन्होंने कहा कि 100 टके की बात यह है कि ना खायेंगे ना खाने देंगे, ना सोयेंगे और ना ही सोने देंगे।
महंगाई नियंत्रित करने के लिए सरकार बाजार पर पैनी नजर रखे है। मौसमी कारणों से घरेलू उत्पादन प्रभावित होने पर मूल्य वृद्धि होती है। इससे पहले सपा के मान सिंह यादव ने कार्यस्थगन के माध्यम से महंगाई पर सरकार को घेरते हुए कहा कि चुनाव के समय महंगाई कम करने का वादा किया गया था लेकिन सरकार महंगाई रोकने में असफल रही है। आशुतोष सिन्हा ने कहा कि खाद्य पदार्थों में एक साल में दोगुना वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि जब से भाजपा आई है कमर तोड़ महंगाई है।
नेता प्रतिपक्ष संजय लाठर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक देश एक टैक्स की बात कही थी लेकिन पेट्रोलियम पदार्थों में हर राज्य अलग-अलग टैक्स ले रहे हैं। सरकार ने गुजराती उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसे कानून बनाए जिससे महंगाई बढ़ रही है। सरकार ने पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढ़ाकर कृत्रिम महंगाई बढ़ाई है। गेहूं की खरीद निजी कंपनियों ने की है।
भविष्य में आटे के दाम आसमान छुएंगे। लाठर ने कहा कि अब तो गेहूं के बजाय चावल दिया जा रहा है जबकि राज्य के आधे हिस्से के लोग गेहूं और आधे के चावल खाते हैं। इस पर सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि कुछ हिस्सा उनका भी है जो दोनों ही खाते हैं। इसके साथ ही सभापति ने कार्यस्थगन अस्वीकार करते हुए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
लता मंगेशकर को विधान सभा में श्रद्धांजलि : भारत रत्न से विभूषित स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर और सदन के दिवंगत पूर्व सदस्यों को शुक्रवार को विधान सभा में श्रद्धांजलि दी गई। सदन ने लता मंगेशकर और दिवंगत पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलिस्वरूप दो मिनट का मौन रखा।
विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन को लता मंगेशकर के निधन की सूचना दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वर कोकिला को भारत की सबसे लोकप्रिय पाश्र्व गायिका बताया और कहा कि उन्होंने 25 से अधिक भारतीय और विदेशी भाषाओं में 50 हजार से अधिक गीत गाकर गिनीज बुक आफ वल्र्ड रिकाड्र्स में अपना नाम दर्ज कराया। उनके निधन से संगीत और कला जगत की अपूरणीय क्षति हुई है।
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि कई पीढिय़ों ने उनके गायन का आनंद लिया। उनके न रहने पर भारत ही नहीं, पूरी दुनिया ने शोक जताया। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंंह ने कहा कि रेडियो पर गूंजती उनकी सुरीली आवाज को सुनने के लिए ट्रैफिक ठिठक जाता था।
रालोद के नेता राजपाल बालियान, सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर, कांग्रेस की आराधना मिश्रा, बसपा के उमाशंकर सिंह, निषाद पार्टी के संजय निषाद और अपना दल (एस) के राम निवास वर्मा ने भी लता मंगेशकर को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
सदन ने विधानसभा के दिवंगत पूर्व सदस्यों-राजेंद्र सिंह, मनुराम, दामोदर शर्मा, सुखदेव प्रसाद, कमला देवी, राजीव कुमार सिंह, पीतम राम, रामरतन यादव, वंशीधर राज, चंद्रमणिकांत सिंह और आशा यादव को भी श्रद्धांजलि दी।