CM योगी के आदेश पर एसपी कासगंज ने की टिप्पणी, डीजीपी ने किया जवाब तलब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अफसरों के सुबह नौ बजे से कार्यालय में बैठकर पीड़ितों की सुनवाई करने के आदेश पर एसपी कासगंज अशोक कुमार की टिप्पणी ने नया विवाद खड़ा कर दिया है।
लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अफसरों के सुबह नौ बजे से कार्यालय में बैठकर पीड़ितों की सुनवाई करने के आदेश पर एसपी कासगंज अशोक कुमार की टिप्पणी ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। सोशल मीडिया पर एसपी का मीडिया कर्मियों से बात करते हुए एक वीडियो वायरल हुआ है। एसपी ने सीएम के आदेश को पुलिस के लिए अव्यावहारिक भी करार दिया है।
इस मामले पर डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि एसपी कासगंज से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। जवाब मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर इस मामले पर कासगंज के एसपी का कहना है कि मुख्यमंत्री का आदेश शिरोधार्य है। वीडियो को काट-छांट कर प्रसारित किया गया है। हम समर्पित अफसर हैं। मीडिया द्वारा हमारी रोज-रोज की रीयल्टी चेकिंग से परेशानी होती है।
एक दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक की थी और पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर नाराजगी भी जताई थी। इसके बाद उन्होंने कहा था कि जिलों के सभी अफसर ठीक सुबह नौ बजे अपने दफ्तर में बैठकर आम जनमानस की फरियादों को सुनेंगे। उनके इसी आदेश के खिलाफ एसपी कासगंज वायरल वीडियो में टिप्पणी करते नजर आ रहे हैैं।
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